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-‘इंडिया इनबाउंड टूरिज्म: डिकोडिंग स्ट्रेटेजीज फॉर नेक्स्ट स्टेज ऑफ ग्रोथ‘ पर फिक्की-यस बैंक रिपोर्ट, मेडिकल एवं वैलनेस, माईस ट्रेवल एवं स्प्रिचुअल टूरिज्म पर फोकस
जयपुर। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को विशिष्ट अनुभव एवं लग्जरी पर्यटन प्रदान करके इनबाउंड टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नवीन एवं अनूठी थीम बनाना वर्तमान समय की आवश्यकता है। पर्यटन के मेडिकल एवं वैलनेस, माईस ट्रेवल, धार्मिक एवं आध्यात्मिक पर्यटन जैसे नए स्वरूपों को भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। ‘इंडिया इनबाउंड टूरिज्म: डिकोडिंग स्ट्रेटेजीज फॉर नेक्स्ट स्टेज ऑफ ग्रोथ‘ पर फिक्की-यस बैंक रिपोर्ट में ये सिफारिश की गई है। यह रिपोर्ट कल राजस्थान की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा जारी की गई।

इस रिपोर्ट के तहत नीतियां बनाने में राज्य सरकारों की भागीदारी की आवश्यकता पर जोर देते हुए व्यापक इको सिस्टम बनाने की सिफारिश की गई है। नॉलेज पेपर में राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, ओड़िशा एवं आंध्रप्रदेश जैसी राज्य सरकारों के उदाहरण दिये गये हैं। इन राज्यों द्वारा पर्यटन के नए स्वरूपों को विकसित करने, नए टूरिज्म मार्केटिंग कैम्पेन चलाने और मौजूदा संसाधनों का दीर्घकालीन उपयोग जैसी अनेक पहलें की गई हैं।

रिपोर्ट में इनबाउंड टूरिज्म को मजबूत बनाने हेतु विभिन्न सिफारिशों को सूचीबद्ध किया गया है। डेस्टिनेशन इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और तकनीक वे प्रमुख आधार स्तंभ हैं, जो पर्यटन क्षेत्र को विकास के अगले स्तर तक ले जाएंगे। इसके साथ ही पर्यटन की विभिन्न परियोजनाओं में निवेश करने के लिए निजी निवेशकों को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता तथा पर्यटन क्षेत्र को सर्विस एक्सपोर्ट्स फ्रॉम इंडिया स्कीम (एसईआईएस) के तहत रखने पर भी जोर दिया गया।

इनके अतिरिक्त, वाटरफ्रंट्स के समीप ईको फ्रेंडली गतिविधियों की पहचान करने एवं अनुमति देने; पर्यटन के डेटा संग्रहण एवं प्रकाशन के लिए स्टेन्डर्ड प्रारूप अपनाने; भारतीय स्टार्टअप को सहयोग करने तथा उपयुक्त पीपीपी मॉडल पर संचालित की जा सकने वाली राजकीय पर्यटन इकाइयों की पहचान करने जैसे सुझाव भी दिए गए है।

इस रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि 10 मिलियन से अधिक विदेशी पर्यटकों का आगमन होना पर्यटन उद्योग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर है, लेकिन यह स्वीकार करना भी आवश्यक है कि यह बड़ी सफलता की ओर मात्र एक छोटा सा कदम है। जब शुरूआती विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है, तो ऐसे में इसे बनाये रखने के लिए नीतियों में और अधिक गतिशीलता एवं पर्यटन उद्योग की विभिन्न स्तरों पर अधिक तालमेल की आवश्यकता होगी।

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