जयपुर, जनप्रहरी एक्सप्रेस। जयपुर के नामचीन शिक्षण संस्थान जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के संचालक संदीप बख्शी के बंगले के सुरक्षा गार्ड द्वारा दागी गई गोली से गंभीर घायल वीआईटी कॉलेज के इंजीनियरिंग छात्र रोहित कुमावत पुत्र राजेन्द्र कुमावत निवासी गुलाबपुरा, भीलवाड़ा की आज शनिवार तड़के मौत हो गई। गोलीकाण्ड की घटना के दिन से ही वह मालवीय नगर स्थित अपेक्स हॉस्पिटल में भर्ती था। गोली से घायल दो अन्य इंजीनियरिंग छात्रों का भी उपचार चल रहा है। एक छात्र goliकी आंख खराब हो चुकी है और उसका दिल्ली में इलाज चल रहा है। दूसरा छात्र जयपुर में ही उपचाररत है। उधर, रोहित कुमावत की मौत की सूचना पर बड़ी संख्या में वीआईटी कॉलेज के छात्र अस्पताल पहुंचे। रोहित की मौत से अभिभावक व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जिसे भी यह सूचना मिली, वो ना केवल दुखी है, बल्कि उनमें गुस्सा भी है कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद पुलिस, वीआईटी कॉलेज प्रशासन ने घायल छात्रों की सुध नहीं ली और ना ही उन्हें अच्छे उपचार का प्रबंध किया। पुलिस ने गोलियां चलाने वाले गार्ड को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उस दूसरे व्यक्ति को अभी तक नहीं पकड़ा है, जो गोली चलाने वाले गार्ड के साथ मौजूद था। अभिभावकों और साथी छात्रों में इस बात को लेकर भी खासा गुस्सा है कि तीन इंजीनियरिंग छात्रों को गोलियां लगी, लेकिन किसी भी अखबार समूह ने इस समाचार को प्रमुखता से नहीं छापा। बल्कि एक बड़ा अखबार जो खुद को सबसे तेज बढ़ता अखबार बताता है, उसने एक शब्द तक इस घटना के बारे में नहीं लिखा। उस नामचीन शिक्षण संस्थान के विज्ञापन खोने नहीं पड़ जाए, इसके चलते समाचार नहीं लगे और ना ही प्रमुखता से दूसरे अखबारों ने लगाए। उधर, रोहित की मौत के बाद बड़ी संख्या में पहुंचे छात्रों ने नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। उधर, पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। वहीं पुलिस ने मामले में हत्या की धाराएं जोड़ दी है। गौरतलब है कि १७ दिसंबर की रात्रि रोहित अपने २ अन्य मित्रों के साथ खाना खाकर हॉस्टल लौट रहा था। रास्ते में जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के संचालक संदीप बख्शी के बंगले के बाहर सैल्फी लेने लगे। इसी दौरान बंगले पर तैनात सुरक्षा गार्ड ने उन्हें सैल्फी लेने से रोका तो उनके बीच विवाद हो गया। जब छात्र बाईक पर सवार होकर जाने लगे तो गार्ड ने उनके पीछे से ताबड़तोड़ गोलियां दाग दी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार रोहित के सिर में ३ छर्रे लगे। जिससे वह कोमा में चले गया और कोमा से वापस नहीं लौटा। एक छात्र की आंख खराब हो गई तो दूसरे छात्र की आंत फट गई थी। दोनों छात्र भी अभी तक गंभीर अवस्था में है।

-२ बहनों का लाड़ला था रोहित

रोहित २ बहनों के बीच अकेला भाई था। रोहित के पिता राजेन्द्र कुमावत गुलाबपुरा में मिठाई की दुकान चलाकर जैसे तैसे अपना जीवन यापन करते हैं। पढऩे में शुरु से ही कुशाग्र रहे रोहित को इंजीनियर बनाने की चाह में उसे जयपुर स्थित वीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश दिलाया। पढऩे में भी खासा होशियार था।

– वीआईटी कॉलेज के प्रति भी गुस्सा

गोलीकाण्ड से घायल छात्रों के प्रति वीआईटी कॉलेज प्रशासन द्वारा सुध नहीं लेने से वहां के छात्रों में खासा गुस्सा है। कॉलेज प्रशासन ने छात्रों की कुशलक्षेम तक पहुंचने की जहमत नहीं उठाई और ना ही उचित इलाज हो सके, इसके प्रयास किए। इस बारे में छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए वहां प्रदर्शन भी किया था। शुक्रवार को बड़ी संख्या में छात्र जयपुर शहर कांग्रेस के पूर्व महामंत्री पंकज शर्मा काकू के नेतृत्व में पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल से भी मिले थे। इनका आरोप था कि पुलिस मामले के अनुसंधान में लापरवाही बरत रही है और मामले में दूसरे आरोपियों को बचा रही है।

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