जयपुर। राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को कांग्रेस सदस्य गोविन्द सिंह डोटासरा के राजस्थान की हेरिटेज होटल खासाकोठी और आनन्द भवन को बेचने के आरोपों पर जमकर हंगामा हुआ। होटलों के बेचने में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने से माहौल गरमा गया। संसदीय मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने डोटासरा के सभी आरोपों से इन्कार करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। दोनो होटल घाटे में है। इसलिए इन्हें पीपीपी मोड पर दिए जाने की कार्रवाई चल रही है। बेचने के आरोप गलत है। हंगामे के बीच मामले में नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी बोलने लगे तो उन्हें अनुमति नहीं दी गई। इस पर कांग्रेस सदस्य उत्तेजित हो गए और वेल में आ गए। कांग्रेस सदस्यों ने वहां जमकर नारेबाजी की। हंगामा और माहौल बिगड़ता देख विधानसभा उपाध्यक्ष ने मार्शल बुला लिए। हंगामा को देखकर कार्यवाही स्थगित कर दी गई। लेकिन जैसे दुबारा कार्यवाही शुरु की तो कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा जारी रखा। इससे पहले डोटासरा ने आनन्द भवन और खासाकोठी होटल को गुपचुप तरीके से बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक-एक होटल हजारों करोड़ रुपए की है। गुपचुप टेण्डर करके इन्हें बेचने की कार्रवाई की जा रही है। जबकि ये दोनों हेरिटेज प्रॉपर्टी है और बेशकीमती है। खासाकोठी होटल में पूर्व राजमाता गायत्री देवी की यादें जुड़ी हुई है। डोटासरा ने यह कहते हुए तंज कसा कि इस होटल की कालीनें भी महत्वपूर्ण थी, जो चोरी हो गई है। संसदीय मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने डोटासरा के सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि सरकार की इन्हें बेचने की योजना नहीं है।

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