जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने आज जयपुर जिला राजीव गॉंधी पंचायत राज संगठन द्वारा आयोजित पंचायत राज सम्मेलन को सम्बोधित किया। पंचायत राज प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए पायलट ने कहा कि पंचायत राज लोकतंत्र की सत्ता के विकेन्द्रीकरण की वह कड़ी है, जो जनता की सहभागिता से विकास को अंजाम देने के लिए गठित की गई है। गॉंधीजी के ग्राम स्वराज का सपना स्वतंत्रता पश्चात् पंचायत राज के रूप में पं. जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्थापित किया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गॉंधी ने पंचायतों को सशक्त करने के लिए संविधान में संशोधन कर उन्हें मजबूती प्रदान की थी। पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार ने पंचायत राज चुनाव में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता लागूकर एक बड़े तबके को चुनाव लडऩे के अधिकार से वंचित किया है। सरकार के इस निर्णय का सबसे विपरीत प्रभाव दलितों व महिलाओं पर पड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता में एकीकरण होने से मंत्री व सत्ताधारी पार्टी के अन्य जनप्रतिनिधि अपने आपको असहाय महसूस कर रहे हैं। सत्ता के एकीकरण ने निकायों व पंचायतों को पंगु बना दिया है। उन्होंने कहा कि जब भी कांग्रेस सत्ता में होती है तो पंचायतों के सशक्तीकरण को अंजाम दिया जाता है लेकिन जब भी भाजपा सत्ता में आती है तब गॉंव, किसान व पंचायतों को कमजोर करने का काम किया जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक व मंत्री भेदभावपूर्ण नीति अपनाकर कांग्रेस के पंचायत प्रतिनिधियों के क्षेत्रों में विकास कार्यों में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर भाजपा सरकार के शिक्षा की बाध्यता के निर्णय को वापस लिया जाएगा तथा पंचायत राज संस्थाओं की मजबूती के लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे।

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