जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब भाजपा ने भी दिया है। ग्रामीण विकास मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने पलटवार करते हुए कहा पूर्व सीएम गहलोत पर प्रहार किए। राठौड़ ने कहा कि गहलोत राजनीति से प्रेरित बयान दे रहे हैं। उनके बयानों में कोई सच्चाई नहीं है। आज राजस्थान तेजी से विकास कर रहा है। जबकि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार अधिकारी व कर्मचारियों को मौखिक चेतावनी दे रहे है, जो राजकार्य में बाधा फैलाने जैसा है। उनके बयानों से अधिकारियों-कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने के प्रयासों की जितनी निंदा की जायें, उतनी कम है। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत अपनी नौजवानी को याद करके सचिन पायलट के साथ प्रतिद्वंदिता को उजागर कर रहे है। दिल्ली में बैठकर बयान जारी करने वाले गहलोत जी सत्ता पाने के लिए मुंगेरीलाल के सपने देख रहे है।
राठौड़ ने पत्रकार वार्ता में बताया कि देश में पहली बार भाजपा सरकार ने राजस्थान में 2015 में भू-आवंटन नीति बनायी गई, जिसमें सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिए भू-आवंटन के लिए नीति बनायी गई। इस नीति में पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखा गया है। इस नीति के तहत जयपुर में 6 हजार वर्गमीटर का भूखण्ड़ डीएलसी दर के साथ 15 प्रतिशत आरक्षित दर अधिक देने पर भूखण्ड़ का आवंटन, सम्भाग स्तर पर 3 हजार वर्गमीटर का भूखण्ड़ डीएलसी दर के साथ 15 प्रतिशत आरक्षित दर अधिक देने पर भूखण्ड़ आवंटन, जिले स्तर पर 2 हजार वर्गमीटर का भूखण्ड़ डीएलसी दर के साथ 15 प्रतिशत आरक्षित दर अधिक देने पर भूखण्ड़ आवंटन आवेदन करने पर दिया जायेगा, उसी के तहत भारतीय जनता पार्टी ने सम्पूर्ण पारदर्शिता अपनाते हुए नियमों के तहत जिलों में भूखण्ड़ों के लिए आवेदन किया है।
-गहलोत की छवि सबसे खराब
राठौड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे शुरूआत से ही सरकार आपके द्वार, आपका जिला-आपकी सरकार, जनसंवाद कार्यक्रम आदि सुनवाईयों के अतिरिक्त स्वयं प्रत्येक विधानसभा में जाकर एक-एक दिन रूककर सभी योजनाओं का आंकलन कर रही है, जनता से संवाद स्थापित कर रही है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सबसे कम जनता के बीच में जाने वाले नेता, विधानसभा में सबसे कम बोलने वाले एवं पिछले साढ़े चार वर्षों में किसी भी आन्दोलन का नेतृत्व नहीं करने वाले नेता की छवि सामने आई है। यह इस बात का द्योतक है कि काँग्रेस के आलाकमान ने अक्षमता के कारण राजस्थान में गुटबाजी के चलते उन्हें राजस्थान की राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाया। राठौड़ ने बताया कि जिस प्रकार प्रशासन चुस्त दुरूस्त होकर अपराधियों को पकड़ कर तुरन्त कार्यवाही कर रहा है, जिससे निश्चित रूप से 2014 से 2016 में 6 प्रतिशत अपराधों में कमी, एवं 2017-2018 में 8 प्रतिशत की कमी देखी गई है। जबकि जनता जानती है कि काँग्रेस के राज में काँग्रेसी नेताओं से ही महिलाऐं असुरक्षित रही।
-गहलोत के झूठ का फ्यूज उड़ा
राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि राजस्थान में 2011 की जनगणना में 44,672 चिह्नित गाँवों में से 43,199 आबाद राजस्व गाँव है। यह सभी 43,199 गाँव 31 अगस्त, 2017 तक विद्युतीकृत कर दिये गये थे। 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में 93 लाख ग्रामीण घरेलू आवास है। इनमें से मार्च, 2018 तक लगभग 83 लाख आवास विद्युतीकृत है जिनमें 77 लाख आवासों को कनैक्शन दिया जा चुका है व 5-6 लाख आवास संयुक्त परिवार में साझेदारी में बिजली का उपभोग कर रहे है। शेष लगभग 10 लाख ग्रामीण आवासों को सितम्बर, 2018 तक सौभाग्य योजना में कनैक्शन देना लक्षित है। गत चार वर्षों में 1 लाख 93 हजार कृषि कनैक्शन किये गये है व इस वर्ष 2 लाख कनैक्शन दिये जावेंगे।
-युवाओं को रोजगार का वादा पूरा किया
मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत झूठ का पुलिन्दा लेकर घूमते है, जबकि भारतीय जनता पार्टी काम में विश्वास करती है। बेरोजगार युवाओं को अलग-अलग विभागों में कौशल विकास के माध्यम से 13 लाख 28 हजार 462, सरकारी नौकरी में 1 लाख 44 हजार 62, नवीन पदों में करीब 1 लाख 83 हजार 719 नौकरियों की विज्ञप्तियाँ जारी हो रही है।

































