-परीक्षा केन्द्रों के आस-पास इंटरनेट बंद करने के बजाय पूरे राज्य में सेवाएं प्रभावित, मोबाइल से आॅनलाइन भुगतान व दूसरे कार्य प्रभावित

जयपुर। प्रदेश में तेरह हजार पदों पर कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल नहीं हो सके, इसके लिए परीक्षा केन्द्रों के आस-पास इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फैसला किया। हर जिले व संभागीय मुख्यालय में पुुलिस के दिशा-निर्देश पर कलक्टर व संभागीय आयुक्त ने आदेश जारी कर दिए। मोबाइल कंपनियों ने भी शनिवार सुबह आठ से शाम पांच बजे तक आदेश की अनुपालना में इंटरनेट सेवा बंद कर दी। कंपनियों को परीक्षा केन्द्रों के आस-पास के टावर की सेवाएं बंद करनी थी, लेकिन इन्होंने पूरे राज्य की सेवाएं ही बंद कर दी। बताया जाता है कि कंपनियों के पास एक निश्चित क्षेत्र में सेवाएं बंद करने के साधन नहीं है।

कंपनियां जिले, तहसीलवार इंटरनेट सेवाएं बंद कर सकती है। एक क्षेत्र विशेष में सेवाएं बन्द करने के साधन उनके पास नहीं है। राज्य भर में इंटरनेट सेवाएं बंद होने से लोग मोबाइल में नेट सेवाओं से वंचित हो गए हैं। नेट नहीं होने से न तो सोशल मीडिया चल सके और न ही आॅनलाइन भुगतान, बुकिंग जैसे जरुरी कार्य हो पाए। दो दिन तक इस समस्या से करोड़ों लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। लोगों का कहना है कि आरएएस, आईएएस, शिक्षक जैसी कई परीक्षाएं भी होती है, लेकिन इन परीक्षाओं में कभी भी नेट पर प्रतिबंध नहीं लगा। इस तरह के प्रतिबंध से जनता को होने वाली परेशानियों से पुलिस मुख्यालय को सबक लेना चाहिए। गौरतलब है कि जयपुर के सम्भागीय आयुक्त टी. रविकांत ने एक आदेश जारी कर जयपुर जिले में 14 जुलाई तथा 15 जुलाई को होने वाली राजस्थान पुलिस कानिस्टेबल भर्ती परीक्षा के तहत जयपुर क्षेत्र के 209 परीक्षा केन्द्रों तथा जयपुर ग्रामीण में 10 परीक्षा केन्द्रों पर दोनों दिन प्रात: 8 बजे से शाम 5 बजे तक इंटरनेट सेवाओं पर अस्थाई प्रतिबंध लागू किया है। दूसरे जिलों में भी इस तरह के आदेश जारी हुए हैं।

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