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नई दिल्ली। पंजाब की हाई सिक्योरिटी नाभा जेल ब्रेक कांड में गिरफ्तार गोपी धनश्याम को छोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के आइजी स्तर के एक अधिकारी के साथ कथित तौर पर हुई एक करोड़ की डील की ऑडियो रिकार्डिंग भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने ही की है। पंजाब पुलिस के आला अधिकारियों ने इस बात से इन्कार किया है कि उन्होंने इस संबंध में कोई ऑडियो रिकार्डिंग उत्तर प्रदेश पुलिस को उपलब्ध करवाई है। डीजीपी सुरेश अरोड़ा का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस को पंजाब पुलिस की तरफ से कुछ इनपुट जरूर गैंगस्टरों के संबंध में दिया गया है।

बीते तीन दिनों से नाभा जेल ब्रेक कांड के आरोपी गोपी धनश्याम को गिरफ्तार करने के बाद एक करोड़ की डील करके 45 लाख रुपये में छोड़ने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की फजीहत हो रही है। हकीकत में उत्तर प्रदेश पुलिस ने ही सारे मामले का पर्दाफाश किया था और उप्र के सुल्तानपुर निवासी कांग्रेसी नेता संदीप उर्फ पिंटू तिवारी सहित उसके साथियों की गिरफ्तारी में भी उप्र पुलिस की ही मुख्य भूमिका रही है। उप्र पुलिस ने उक्त आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पंजाब पुलिस को सूचित किया और पंजाब पुलिस की टीम उन्हें लेकर यहां आ गई। इसके बाद गोपी के मामले का खुलासा हुआ कि किस प्रकार उप्र पुलिस के आइजी स्तर के एक अफसर ने उसके साथ डील करके उसे छोड़ दिया था। अब पंजाब पुलिस इस बाबत कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

पंजाब पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उप्र पुलिस ने पंजाब पुलिस से उनके संबंध में जानकारी मांगी थी और पंजाब पुलिस ने आरोपियों के नेटवर्क के संबंध में इनपुट उप्र पुलिस को उपलब्ध करवाया था। पंजाब पुलिस ने अपनी तीन टीमों को उप्र भेजा है जो अलग-अलग जगहों पर छापामारी कर रही हैं। पंजाब पुलिस एक दर्जन से ज्यादा गैंगस्टरों के फोन पर पैनी नजर रखे हुए है जहां से उसे गोपी के कनेक्शन की जानकारी मिली थी।

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