जयपुर. राजस्थान के तीन मंत्रियों झाबर सिंह खर्रा, सुरेश सिंह रावत और जोराराम कुमावत ने आज कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान तीनों ही मंत्री एक्शन मोड में दिखे। कार्यभार ग्रहण करने के बाद गोपालन और देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा आपके पास यदि व्यवस्था है तो 20 गाय पालें। कौन मना करता है। सरकार की तरफ से कोई पाबंदी नहीं है। उन्होंने कहा कि गाय से दूध, घी, मक्खन मिलता है। उन्होंने कहा गौमूत्र को भी अमृत के समान पवित्र मानते हैं। इससे कई सारी बीमारियां खत्म होती है। गाय की चमड़ी, हड्डियां तक काम आती है। इसलिए गाय को माता का दर्जा दिया हुआ है। उन्होंने कहा- कई लोग इस सनातन संस्कृति को नष्ट करने का भी प्रयास करते हैं। सनातन संस्कृति में ही वसुधैव कुटुंबकम की भावना रहती है। ये एक मात्र ऐसी संस्कृति है, जहां पेड़, पौधे, पत्थर, जल, पशु-पक्षी की भी पूजा की जाती है। इसी भावना को ध्यान में रखते हुए गो संवर्धन पर भी काम किया जाएगा। गौशालाओं को मजबूत किया जाएगा। सरकार की योजनाओं के साथ जन सहयोग लेते हुए आगे बढ़ेंगे। जोराराम कुमावत ने कहा कांग्रेस सरकार ने बहुत सी गारंटियां दी थी। वो पूरी नहीं हुई। जल्द अधिकारियों के साथ बैठकर जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। उसमें क्या नवाचार कर सकते हैं, उसे शामिल किया जाएगा। जहां तक देवस्थान विभाग में रिक्त पदों की बात है। उस पर भी अधिकारियों के साथ मंथन करेंगे।
स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद सचिवालय में अधिकारियों को हिदायत दी। उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई योजनाओं का रिव्यू किया जाएगा। इसके साथ ही पिछले साल दिसंबर तक जो भी योजनाएं चल रही हैं। उनको लेकर कल ही रिव्यू होगा। ताकि सही योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा कर जनता तक राहत पहुंचाई जा सके। झाबर सिंह ने कहा राजस्थान में पिछले 6 महीने से सड़कें खुदी हुई हैं। जबकि नियमों के तहत खुदी हुई सड़कें 15 दिन में सही हो जानी चाहिए। ऐसे में जो भी दोषी अधिकारी हैं। उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही सरकार की योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए मैं स्वायत्त शासन विभाग को पारदर्शी बनाना चाहूंगा। ताकि बदनाम हो चुके इस विभाग पर जनता का विश्वास जाग सके।
जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने भी कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा राजस्थान में बीजेपी की सरकार बनने के बाद हर घर तक जल पहुंचाना मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी। वैसे भी जिस ईआरसीपी योजना का नाम लेकर कांग्रेस अब तक जनता को बेवकूफ बना रही थी। बीजेपी की सरकार बनने के बाद उसे योजना को धरातल पर लाने का काम शुरू कर दिया गया है। सुरेश सिंह रावत ने कहा कि जनता ने हमें प्रचंड बहुमत से राजस्थान की सत्ता सौंपी है। अभी हमारी सरकार बने ज्यादा वक्त नहीं हुआ है। हर चुनाव की स्थिति भी अलग होती है। श्रीकरणपुर में भी स्थिति अलग थी। इसलिए हम जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं। वहीं, चुनाव से पहले सुरेंद्र पाल टीटी को मंत्री बनने के सवाल पर रावत ने कहा कि पार्टी जो भी करती है ठीक ही करती है। सुरेश सिंह रावत सचिवालय स्थित मंत्रालय भवन में पदभार ग्रहण करने के बाद आईजीएनपी भवन पहुंचे और वहां अधिकारियों एवं अभियंताओं के साथ बैठक में उन्हें नवाचार का मंत्र दिया। रावत ने कहा कि विभाग में रूटीन कार्यों के साथ-साथ नवाचारों पर भी फोकस किया जाए जिससे आमजन विशेषकर किसान भाई लाभान्वित हो सकें। उन्होंने जल संसाधन विभाग के सौ दिवसीय एक्शन प्लान एवं संकल्प पत्र के बारे में भी चर्चा की।
ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने सोमवार को शासन सचिवालय के मंत्रालय भवन स्थित अपने कक्ष में विधिवत रूप से कार्यभार ग्रहण किया। उर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत ने पुष्पगुच्छ भेंट कर ऊर्जा मंत्री का स्वागत किया। इस दौरान नागर ने कहा कि ऊर्जा विभाग हर वर्ग से जुड़ा हुआ विभाग है। एक प्रदेश की आर्थिक तरक्की उसकी ऊर्जा उपलब्धता, उत्पादन और सुदृढ़ वितरण तंत्र पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि बेहतर प्रबंधन से डिस्कॉम्स को आर्थिक रूप से मजबूत बनाकर उपभोक्ताओं को किफ़ायती एवं पर्याप्त विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना तथा प्रदेश में बिजली घरों के लिए कोयले की पर्याप्त आपूर्ति उनकी प्राथमिकता रहेगी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा किसानों को दिन के समय विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराने की सभी संभावनाओं पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अपार संभावनाए मौजूद हैं अतः इस दिशा में विभाग द्वारा बेहतर रणनीति से प्रयास कर प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और अग्रणी राज्य बनाएँगे।

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