जयपुर। सूर्य उपासना और दान-पुण्य के साथ ही सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का पर्व मकर संक्रांति सोमवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। सूर्य ने बीती रात मकर राशि में प्रवेश किया। उदया तिथि के कारण मकर संक्रान्ति आज मनाई गई। इस कारण संक्रान्ति के पुण्य काल पर स्नान, दान-पुण्य भी आज किए गए। आज सुबह से दान-पुण्य का क्रम शुरू हो गया जो दिनभर चला। इसके साथ ही एक माह का खरमास भी समाप्त हो गया। अब शादी सहित सभी मंगल कार्य शुरू हो गए है। मकर संक्रांति के पावन पर्व पर आज सुबह से ही मंदिरों के बाहर और अन्य स्थानों पर दान पुण्य किया गया। लोगों ने पवित्र सरोवरों में स्नान भी किया। प्राचीन जलाशयों में भक्तों ने डुबकियां लगाई। घरों में तिल से बने व्यंजन, दाल के पकौड़े आदि बनाए गए। बहन-बेटियों के यहां तिल से बने व्यंजन व अन्य उपहार भेजे गए। वहीं सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ ही मळमास समाप्त हो गया है। मळमास समाप्त होने पर एक माह से रूके हुए गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, यज्ञोपवीत, विवाह आदि शुभ कार्य के लिए भी मार्ग प्रशस्त हो गया है। मलयाली समाज ने आज मकर संक्रान्ति पर मकरविलक्कू उत्सव मनाया। श्री अयप्पा सेवा संगम के अध्यक्ष चन्दमोहन ने बताया कि रातानाडा स्थित अयप्पा मंदिर में उत्सव की शुरुआत सुबह महागणपति हवन से होगी। सुबह भागवत पारायण, अष्ट अभिषेक के बाद दोपहर में अन्नदान महाप्रसादी हुई। रातानाडा स्थित कृष्ण मंदिर में मकर संक्रांति पर पतंगों का विशेष शृंगार किया गया। इस झांकी की श्रद्धालुओं ने दर्शन कर उनके साथ सेल्फी भी ली। पुजारी हरि भाई गोस्वामी ने बताया कि मकर संक्रांति पर पतंगों का विशेष महत्व है। इसी को ध्यान में रखते हुए संक्रांति पर मंदिर को रंग बिरंगी पतंगों से सजाया गया। यहां सुबह से भक्तों का आना-जाना लगा रहा। यहां भगवान को प्रसाद के रूप में तिल से बनी सामग्री का भोग लगाया गया तथा बाहर गरीबों को दान पुण्य किया। सत्यमेव जयते सिटिजन सोसायटी ने मकर संक्रांति के अवसर पर जोधाणा वृद्धाश्रम में सामाजिक सरोकार निभाते हुए कंबलों के साथ कच्ची भोजन सामग्री वृद्धजनों को वितरित की। साथ ही उन्हें विधि विधान से भोजन करवाया। सोसायटी की सचिव चंद्रकिरण दवे ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी सत्यमेव जयते परिवार से जुड़े अरविंद कच्छवाहा के नेतृत्व में मकर संक्रांति के अवसर पर जोधाणा वृद्धाश्रम में दमयंती जांगिड़ के अलावा समाजसेवी रामेश्वर जांगिड और जोधाणा वृद्धाश्रम के संचालक रतन सिंह गहलोत ने भी सामाजिक सरोकार निभाए। इस दौरान सत्यमेव जयते की टीम ने बुजुर्गों को सर्दी से बचाव के लिए कंबल और कच्ची भोजन सामग्री प्रदान करने के अलावा डाइनिंग टेबल पर बिठाकर उन्हें भोजन करवाया। सिवांची गेट स्थित श्री प्रत्यक्ष महावीर बालाजी में मंकर संक्राति के उपलक्ष में मंदिर में पूजा अर्चना की गई। मंदिर के पुुजारी भगवानदास वैष्णव ने बताया की बालाजी विभिन्न फूलों से श्रृंगार किया गया। साथ ही 21 किलों के चूरमे के लडूडू का भोग चढ़ाया गया। आरती के बाद सभी को प्रसाद बांटा गया। इस अवसर पर लोकेन्द्र वैष्णव, गोपीकिशन वैष्णव व अन्य भक्त उपस्थित थे। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नागौरी गेट के अंदर विशनपुरा स्थित श्री गोवर्धननाथजी के मंदिर में मलमास के तहत खिरान के प्रसाद का भोग लगाया गया व मकर संक्रांति का पर्व मनाया। इस दौरान करीब 276 यजमानों ने प्रभु को भोग लगाया। कार्यक्रम में मंदिर के संयोजक अशोक बंग, मयंक सोनी, मुलचंद सोनी, राजेश सोनी, अशोक मंत्री, बाबूलाल राठी का सहयोग रहा। आगामी 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में मंदिर परिसर में उत्सव मनाया जाएगा।
राजधानी जयपुर में मकर संक्रांति पर दो दिन जमकर पतंगबाजी हुई। हालांकि इस दौरान लापरवाही के चलते कई लोग छत से गिरकर घायल हो गए तो कुछ मांझे से कटने के कारण घायल होकर अस्पताल पहुंचे। जिनका उपचार किया जा रहा है। छत से गिरकर घायल होने वालों में बच्चों भी शामिल हैं। सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि दो दिन में पचास से ज्यादा लोग पतंगबाजी के दौरान घायल होकर अस्पताल पहुंचे हैं। इनमें से 29 लोगों को रविवार को अस्पताल लाया गया, जबकि 20 लोगों को सोमवार को उपचार के लिए अस्पताल लाया गया। इनमें से दो को अस्पताल में भर्ती किया गया है जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। धाकड़ ने बताया कि सोमवार को छत से गिरकर घायल होने के पांच और चाइनीज मांझे से घायल होने के 14 मामले आए है। हालांकि डॉक्टर्स ने सभी का उपचार कर दिया और अब खतरे से बाहर है। गौरतलब है कि रविवार को 29 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया था। इनमें चाइनीज मांझे से घायल होने वालों की संख्या 16 और छत से गिरकर घायल होने वालों की संख्या 13 थी। इनमें 6 साल के आयुष और 5 साल की रिद्धि के सिर में चोट लगने के कारण दोनों को भर्ती किया गया है। मकर संक्रांति पर्व पर पतंग बाजी से घायल पक्षियों का शौर्य सेवा संस्थान की ओर से पांच जगहों पर दो दिवसीय अस्थाई कैंप लगा कर 122 पक्षियों का इलाज किया गया। कैंप सयोंजक भवानी शंकर माली ने बताया गुर्जर की थड़ी,महेश नगर,मानसरोवर किरण पथ, रिको कांटा,मान्यावास, सांगानेर के केंपो में दो दिन में 122 पक्षियों का रेस्क्यू कर ईलाज किया गया। जिसमे 113 कबूतर, 3 कमेड़ी,1 उल्लू,1 चमगादड़, 2 बिल्लियों का ईलाज किया। रेस्क्यू के लिए 32 वैलेंटियर्स की टीम तैनात की गई हैं। संस्थान की सचिव संतोष सैनी ने बताया कि सुलतान नगर गुर्जर थड़ी स्थित कैंप स्थाई रूप से जारी रखा जायेगा। जिसमें आगे भी घायल पशु एवम् पक्षियों का ईलाज जारी रखा जायेगा।

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