विश्व मधुमेह दिवस के सम्मान में अध्ययन टाइप 2 डायबिटीज के साथ जुडे मेटाबोलिक जोखिम कारकों में
सुधार के लिए बादाम की भूमिका को मानते हैं
jaipur. नवम्बर 14 विश्व मधुमेह दिवस होता है जिसका उददेश्य मधुमेह के प्रति जागरूकता तथा शिक्षा बढाना है। वर्तमान में विश्व भर में 425 मिलियन लोग मधुमेह से प्रभावित है जिसमें से 2017 के अनुसार72.9 मिलियन से अधिक केस भारत में है, इनमें से अधिकांश में टाइप 2 का मधुमेह है और इससे कार्डियोवेस्कुलर रोग तथा इसकी जटिलताओं के जोखिम में वृद्वि होती है। हाल ही में इंटरनेशनलडायबिटीज फेडरेशन द्वारा टाइप 2 के 12000 लोगों पर कराए गये एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ कि तीन में से 2 लोगों में कार्डियोवेस्क्यूलर जोखिम तत्व पाये गये, हांलाकि एक चैथाई ने कहा किउन्होनें कभी भी अपने चिकित्सक से कार्डियोवेस्क्यूलर जोखिम तत्वों
से जिक्र नहीं किया या उन्हें याद नहीं कि उन्होनें कभी जिक्र किया।

शोध ने यह सुझाव दिया कि जीवनशैली बदलने से जिसमें शारीरिक गतिविधियां शामिल हो, अतिरिक्त वजन
घटाने से और आहार में महत्वपूर्ण बदलाव लाने से ना सिर्फ टाइप 2 टाइबिटीज के प्रबंधन मेंमदद मिलेगी बल्कि
इससे टाइप 2 डायबिटीज के विकसित होने के जोखिम को भी बहुत कम कर सकती हैं और यहां तक कि
दवाईयों से भी अधिक दीर्घकालीन प्रभाव प्रदान कर सकती है। आॅमन्डबोर्ड आॅफ कैलिफोर्निया द्वारा वित्तपोषित
अध्ययनों में यह दर्शाया गया कि अपने स्वस्थ आहार में बादाम को शामिल करके टाइप 2 डायबिटीज के लोगों
में कार्डियोवेस्कुलर लाभ की क्षमता हैः

50 एशियाई भारतीयों के साथ टाइप 2 मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्राॅल के स्तरों के अध्ययन में पाया गया कि पूरे,
अनियंत्रित बादामों के विकल्प को अपनाना -जो भारतीय संस्कृति में पहले सेही एक परिचित भोजन है- अच्छी
तरह से संतुलित आहार में 20 प्रतिशत कैलोरी के लिए हृदय स्वास्थ्य के उपायों में काफी सुधार हुआ है जो
टाइप 2 मधुमेह से जुड़ा हुआ है और जिसमें शामिल हैंःः
- कमर की परिधिः कमर पर अतिरिक्त वसा का जमना एक स्वास्थ जोखिम का संकेतक है ।
- कमर से लम्बाई का अनुपातः बाॅडी वसा वितरण का एक मानक है।
- कुल कोलेस्ट्राॅलरू रक्त में कोलेस्ट्राॅल की मात्रा का एक मानक
- ट्राईग्लेसेराईड्सः रक्त में वसा का एक प्रकार जिससे हृदय रोग का जोखिम बढ जाता है।
- एलडीएल कोलेस्ट्राॅलरू खराब तरह का कोलेस्ट्राॅल जो धमनियों को अवरूद्व करने का प्रमुख स्रोत है
 सी रिएक्टिव प्रोटीनः शरीर में सूजन का एक मापक।
- हिमोग्लोबिन ए1रू दो तीन माह के अंतराल में रक्त र्शकरा के स्तर के औसत मानक।
- एशियाई भारतीयों में टाइप 2 डायबिटीज के लिए अनुवांशिक पूर्वाग्रह है और ये निष्कर्ष टाइप 2 महुमेह से
जुडे कार्डियोवेस्कुलर जोखिक कारकों पर बादाम के कई फायदेमेंद प्रभावों कोदर्शाते हैं।

टाइप 2 मधुमेह वाले 33 चीनी प्रतिभागियों के बीच एक और अध्ययन में, जिन्होंने हदय को स्वस्थ आहार
खाया, इन पर रक्त शर्करा के स्तर और कार्डियोवैस्कुलर बीमारी कारकों केरखरखाव पर एक दिन में 60
ग्राम बादाम शामिल करने के प्रभाव को देखा गया। बादाम आहार ने कुल बेहतर पोषण प्रदान किया गुणवत्ता,
न तो बादाम या बादाम के बिना आहार से रक्त शर्करा स्तरमें सुधार हुआ , ना ही उम्मीद के अनुसार
अधिकांश कार्डियोवेस्कुलर जोखिम के कारकों में। हालांकि, शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रतिभागियों के एक
उप-समूह में जिनके पास काफी अच्छी तरह सेनियंत्रित टाइप 2 मधुमेह था, बादाम आहार ने फास्टिंग सिरम
ग्लूकोज स्तर (जो फास्टिंग के बाद क रक्त शर्करा के स्तर को मापता है ) में 6 प्रतिशत की कमी पाई गई
और एचबीए1सी (जो अधिकरक्त शर्करा के स्तर को मापता है, एक दो या तीन महीने की अवधि में ) में 3
प्रतिशत की कमी पाई पाई गई। इन परिणामों से पता चलता है कि एक स्वस्थ आहार में बादाम शामिल
करने से बेहतरनियंत्रित प्रकार 2 मधुमेह वाले लोगों में दीर्घकालिक रक्त शर्करा के स्तर में सुधार करने में
मदद मिल सकती है।

एक बेतरतीब(रेन्डम) नियंत्रित क्लीनिकल अध्ययन ने हृदय रोग जोखिम कारकों और डायबिटीज के बेहद
खराब नियंचंत्रित टाइप 2 के 21 अमेरीकी वयस्कों को 12 सप्ताह तक 1.5 औंसबादाम के आहार के प्रभावों
को जांचा। बादाम उपभोग करने वाले समूह (एन = 10य औसत आयु 57.8 वर्ष) में प्रतिभागियों ने
सी-प्रतिक्रियाशील प्रोटीन (सीआरपी) स्तरों में लगभग 30 प्रतिशत कीकमी का अनुभव किया, जो दिल की
बीमारी के जोखिम से जुड़े सूजन का एक संकेत है, उन लोगों की तुलना में जिन्होनें बादाम का सेवन नहीं
किया थ (एन = 11, यानिकि औसत उम्र 54.7 साल)।सूजन को हृदय रोग, मधुमेह, और अन्य पुरानी बीमारियों
में भूमिका निभाने के लिए माना जाता है, और ऊंचा सीआरपी टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में कार्डियोवैस्कुलर
बीमारी के बढ़ते जोखिम से जुड़ाहुआ है।
कुल मिलाकर, बादाम की पोषक प्रोफाइल – ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करती है और आहार फाइबर,
रिबोफाल्विन, मैग्नीशियम, प्रोटीन, कैल्शियम सहित एक शक्तिशाली पोषक तत्व प्रदान करतेहुए उनकी बहुमुखी
प्रतिभा और कई रूपों के साथ जोडकर उन्हें ें टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के स्वस्थ खाने की योजना के लिए
स्मार्ट स्नैक्स बनाता है।

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