मुंबई। अपने जमाने के प्रसिद्ध अभिनेता विनोद खन्ना का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को रिलायंस फाउंडेरशन अस्पताल में निधन हो गया। 70 वर्षीय विनोद खन्ना लंबे समय से कैंसर से पीडि़त थे। उनका जन्म 1946 में पास्किस्तान के पेशावर में हुआ। हाल ही कुछ दिनों पूर्व उनकी एक फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई। इस फोटो में वे बेहद कमजोर नजर आर हे थे। वे फिल्मों के साथ उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया। गुरुदासपुर से सांसद रहते हुए उन्होंने जनता की सेवा भी की। उनके दो पुत्र अक्षय खन्ना व राहुल खन्ना बॉलीवुड में सक्रिय हैं। उन्हें 31 मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया। विनोद खन्ना की फोटो वायरल हुई उस दौरान कहा गया था कि उनके शरीर में पानी की कमी हो गई है। उन्हें अपने जमाने के सबसे खूसूरत अभिनेताओं में शुमार किया जाता है। विनोद खन्ना ने रुपहले पर्दे पर अपने करियर की शुरुआत 1968 में फिल्म मन का मीत से की। इसके बाद तो उनका करियर बुलंदियों की नई ऊंचाईयों पर पहुंचने लगा है। उन्होंने फिल्म मेरे अपने, इम्तिहान, मेरा गांव मेरा देश, अमर अकबर एंथनी, इंकार, लहू के दो रंग, कुर्बानी, दयावान, जुर्म, बंटवारा, मुकद्दर का सिंकदर, चंादनी, आन मिलो सजना, हेराफेरी, परवरिश, द बर्निग टे्रन, खून पसीना, रेशमा और शेरा, रखवाला, शंकर शंभू सहित अन्य फिल्मों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। वर्ष 2012 में विनोद खन्ना फिल्म दबंग में सलमान खान के पिता की भूमिका में नजर आए। लेकिन उनके रोल को सबसे ज्यादा सहारा गया जब उन्होंने मेरा गांव मेरा देश में डाकू का रोल अदा किया। उन्होंने अपनी शुरुआती फिल्मों में नकारात्मक भूमिकाएं निभाई बाद में वे मुख्य धारा के हीरो बन गए। शुरुआती दौर में उन्होंने सहअभिनेता व खलनायक की भूमिका भी निभाई। जिनमें पूरब और पश्चिम, सच्चा झूठा, ऐलान सरीखी फिल्मे थीं।

LEAVE A REPLY