जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने गुणवत्तापूर्ण विधि शिक्षा को वर्तमान समय की बड़ी आवश्यकता बताते हुए नागरिकों में विधिक चेतना के लिए प्रभावी प्रयास किए जाने पर जोर दिया है।
 
मिश्र आज यहां राजभवन से महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में विधि एवं सामाजिक विज्ञान भवन के ऑनलाइन लोकार्पण समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने विधि शिक्षा के विकास के लिए सैद्धान्तिकी के साथ व्यावहारिकी ज्ञान को भी जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि विधि शिक्षा में विधि शिक्षकों के साथ न्यायाधीशों, विज्ञ वकीलों और न्याय व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों की भी आग्रह कर सेवाएं ली जानी चाहिए।
 
राज्यपाल ने नवीन शिक्षा नीति की मंशा को समझते हुए विश्वविद्यालयों में रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों के क्रियान्वयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच पर आधारित ‘लोकल फोर वोकल तथा ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए भी विश्वविद्यालय में वातावरण निर्माण किया जाए। उन्होंने विद्यार्थियों में संवैधानिक जागरूकता के लिए विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क जरूरी बताते हुए प्रदेश में सबसे पहले महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में इस पार्क की स्थापना के लिए सराहना भी की।
 
मिश्र ने कहा कि उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के साथ आधुनिकीकरण के प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सवार्ंगीण विकास के लिए शिक्षण संस्थाओं में आधुनिक जरूरतों के हिसाब से प्रयोगशालाओं, स्मार्ट क्लासरूम, इंटरनेट वाईफाई आदि सुविद्याएं उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता रखते हुए कार्य होना चाहिए।
 
राज्यपाल ने शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा के साथ खेलकूद गतिविधियों के लिए भी निरन्तर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने साइक्लिंग के प्रति विशेष रुचि और इस क्षेत्र में बीकानेर के चैम्पियन रहने को महत्वपूर्ण बताते हुए विश्वविद्यालय में साइक्लिंग वेलोड्रम के निर्माण के कदम की सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंडोर स्पोट्र्स काम्प्लेक्स के निर्माण के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र के साथ स्पोट्र्स हब के रूप में अपनी पहचान बनाएगा। उन्होंने विश्वविद्यालय में शिक्षा संकाय के अंतर्गत एमपीएड के रूप में नवीन विभाग की स्वीकृति भी मुख्यमंत्री स्तर पर जारी करने का आग्रह किया।
 
मिश्र ने कोरोना के इस दौर में सतर्कता रखते हुए मास्क लगाने, दो गज की दूरी बनाए रखने और स्वच्छता नियमों को आदत बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कोरोना जागरूकता के लिए भी सभी स्तरों पर प्रयास किये जाने पर जोर दिया और इस संबंध में विश्वविद्यालय द्वारा कार्य किए जाने की भी सराहना की।
 

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