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– जयपुर कोर्ट से उम्रकैद पाए लश्कर ए तैयबा के आठ आतंकियों को आतंक के षडयंत्र में शामिल माना।
जयपुर। जयपुर कोर्ट से आज बुधवार को सजा पाए लश्कर ए तैयबा के आठ आतंकियों के मंसूबे नापाक थे। वे भारत में बड़े हमले की फिराक में थे। इसके लिए राजस्थान में स्लीपर सेल भी बना ली थी। हालांकि खुफिया एजेंसियों की सूचना के बाद राजस्थान एटीएस ने इनके नापाक मंसूबे कामयाब नहीं होने दिए और इनके पूरे गिरोह को धर लिया। लश्कर ए तैयबा का यह गिरोह राजस्थान की जेल में बंद पाकिस्तानी नागरिक कर रहे थे। ये तीनों भी लश्कर से जुड़े हुए थे और लश्कर से प्रशिक्षण प्राप्त थे। लश्कर ने प्रशिक्षित करके इन्हें भारत में आतंक फैलाने के लिए भेजा था, लेकिन वे कुछ कर पाते इससे पहले धरे गए। ये तीनों पाकिस्तानी है असगर अली उर्फ विजय, शकरउल्ला उर्फ मोहम्मद हनीफ व मोहम्मद इकबाल उर्फ दीसा जो पाकिस्तान से फर्जी पासपोर्ट के जरिए यहां आए थे और छदम नामों से पहचान दस्तावेज बनाकर रह रहे थे।

यहीं नहीं जब जेल में बंद हो गए तो भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आए और जेल के भीतर से ही लश्कर की आतंकी योजनाओं को अंजाम देने लगे। मोबाइल के माध्यम से जेल के बाहर लश्कर नेटवर्क से जुड़े सदस्यों को प्रशिक्षित करने, उन्हें आतंक के लिए फण्ड उपलब्ध कराने लगे। राजस्थान और देश में बम हमलों का षड्यंत्र भी रचने लगे। इसके लिए पाकिस्तान से बड़ी धनराशि भी तीनों पाकिस्तानी नागरिकों के सहयोगियों के बैंक खाते में आई। इनके नेटवर्क का पता लगने पर एटीएस राजस्थान ने तीनों पाकिस्तानी को तो धरा, साथ ही लश्कर नेटवर्क से जुड़कर आतंक फैलाने का षड्यंत्र रचने वाले राजस्थान के नागरिक बाबू उर्फ निशाचन्द्र अली, पवन पुरी उर्फ राजा, अरुण जैन, काबिल खां, हाफिज अब्दुल मजीद को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने आज तीनों पाकिस्तानियों व पांचों भारतीय नागरिकों को उम्रकैद की सजा सुनाई। इन पर कोर्ट ने तीन-तीन लाख रुपए का हर्जाना भी लगाया है।

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