CRPF-firing

नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक शिविर में चार सहकर्मियों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कांस्टेबल संत कुमार यादव ने कहा कि उसे मामले में फंसाया जा रहा है। हालांकि एक अधिकारी ने यादव के दावे को खारिज करते हुए कहा कि ये ‘‘सुनियोजित’’ हत्याएं हैं। पुलिस ने बताया कि 35 साल के यादव को आज बीजापुर की एक अदालत में पेश किया गया जिसने यादव को दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यादव ने कथित रूप से बासगुडा में सीआरपीएफ की 168वीं बटालियन की ‘जी’ कंपनी शिविर में गोली चलाकर दो उपनिरीक्षकों सहित चार कर्मियों को मार दिया और एक उपनिरीक्षक को घायल कर दिया।

उसने आज अदालत परिसर में मीडिया से कहा, ‘‘मैंने शनिवार को दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक की अपनी ड्यूटी पूरी कर और फिर तरोताजा होने के लिए गया। शाम करीब पांच बजे मैंने गोलियों की आवाज सुनी और तुरंत भागा। मैंने दूसरे कर्मियों की तरह तुरंत अपने हथियार के साथ अपनी जगह संभाल ली। किसने किस पर गोली चलायी, मुझे कुछ नहीं पता।’’ इसी बीच बीजापुर में तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यादव ने ‘‘सुनियोजित’’ तरीके से अपने सहकर्मियों पर हमला किया। यादव से हिरासत में पूछताछ करने वाले अधिकारी ने कहा, ‘‘घटना के बाद यादव ने कंपनी कमांडर के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और अपराध को अंजाम देने की बात कबूल की। लेकिन आज सुबह वह अपने बयान से पलट गया।’’

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