जयपुर। जीएसटी अर्थात वस्तु एवं सेवा कर शुक्रवार की आधी रात से लागू हो जाएगा। जीएसटी लागू करने को लेकर आधी रात को संसद का अधिवेशन भी बुलाया गया है। लेकिन जीएसटी को लेकर देशभर में विरोध के स्वर मुखरित होने लगे हैं। राजस्थान भी इससे अछूता नहीं रहा।

राजस्थान के सभी जिलों में व्यापारियों ने जीएसटी को लेकर अपना विरोध जताया तो विरोध स्वरुप अपनी प्रतिष्ठान पूरे दिनभर के लिए बंद ही रखे। राजस्थान की राजधानी जयपुर के प्रमुख बाजारों में दुकानें पर सुबह से ही ताले जड़े रहे। जिससे आम दिनों की तरह नजर आने वाली चहल पहल पूरी तरह नदारद ही रही। यूं तो व्यापारियों ने विरोध के चलते स्वत: ही अपने प्रतिष्ठान बंद ही रखे। फिर भी जत्थे के रुप में व्यापारी एक जुट हुए और बाजारों में घूम-घूम कर जो दुकानें खुली थी, उन्हें बंद ही कराया। इधर जीएसटी के विरोध में व्यापारियों के बंद को कांग्रेस पार्टी का समर्थन मिला। कांग्रेस पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जीएसटी का विरोध करते हुए बाजारों को बंद कराया। इधर बंद के चलते बाजारों में रौनक नदारद रही। वहीं शादी ब्याह के सीजन में लोगों को खरीदारी में खासी परेशान का सामना करना पड़ा। वहीं बंद के चलते कारोबार पूरी तरह प्रभावित हुआ।

-ये बंद रहे बाजार
जीएसटी के विरोध के चलते बंद के आह्वान से हालांकि आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया। फिर भी जयपुर के प्रमुख बाजारों में शुमार चांदपोल बाजार, किशनपोल, त्रिपोलिया बाजार, जौहरी बाजार, हवामहल बाजार, रामगंज, एमआई रोड, स्टेशन रोड, न्यू सांगानेर रोड बाजार, सेंट्रल स्पाईन, सीकर हाउस कपड़ा मार्केट सहित अधिकांश बाजार बंद ही रहे। वहीं जयपुर के आस-पास के बड़े कस्बों में चौमूं, बगरु, रेनवाल, बस्सी, चाकसू सहित अन्य इलाकों में बंद का असर देखने को मिला।

-क्या है जीएसटी
जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर है। जो वस्तुओं व सेवाओं पर लगाया जाएगा। जीएसटी शुक्रवार की आधी रात से ही लागू हो जाएगा। इसके लागू होने के बाद अप्रत्यक्ष कर मसलन सर्विस टैक्स, वैट और एक्साइज आदि नहीं लगेगा। जीएसटी की एक सामान्य दर 18 प्रतिशत है। लेकिन दिन प्रतिदिन की आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर यह दर 0 प्रतिशत, 5 प्रतिशत और 12 प्रतिशत है। जबकि विलासिता की वस्तुओं पर यह दर 28 प्रतिशत है।

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