जयपुर : भारत सहित सार्क देशों बंग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, भूटान, अफगानिस्तान, मालदीव, पाकिस्तान के अलावा अमेरिका, फ्रांस,
इस्राइल, ऑस्ट्रिया, अर्जेंटीना के नामी चिकित्सक आज यहां शुरू हुई सोरायसिस पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में
500 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सक भाग ले रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि ‘डायलॉग्स
इन क्लीनिकल डर्मेटोलॉजी’ (डीआईसीडी) के तत्वावधान में सार्क-एएडी की ओर से हो रही इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन कुल 9
सत्रों में 40 विशेषज्ञों ने सोरायसिस से जुडे विभिन्न पहलुओं, उपचार के नए तरीकों, नए अनुसंधानों, उपकरणों आदि पर कई शोधपरक
विचारों का आदान-प्रदान किया। चिकित्सा पद्धतियों में हुए क्रांतिकारी परिवर्तनों के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों ने भविष्य की चुनौतियों, अवसरों और तकनीकी समावेशन के साथ उपचार के नये तौर-तरीकों से प्रतिभागियों
को सोरायसिस के गूढ़ पहलुओं पर चर्चा की। सोरायसिस में अब तक पारंपरिक पद्धति से इंजेक्शन के माध्यम से ही उपचार किया जाता
रहा है लेकिन सम्मेलन में इसकी नई मेडिसिन मेक इन इंडिया इनिशिएटिव को साकार करती देश में ही बनी ‘एप्रीमिलाटर’ पर चर्चा की गई
जिसे अब तक की सफलतम ओरल मेडिसिन माना जा रहा है। भारत में अभी इसका चलन कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में ही हुआ है। इसकी सुलभता,
उपलब्धता बढाने पर भी विचार रखे गए।