नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले स्थित कृष्णा घाटी में पाकिस्तान के कायराना हमले में शहीद हुए परमजीत सिंह के परिवार के लिए एक आईएएस-आईपीएस दंपती देवदूत से कम साबित नहीं हुए। हिमाचल प्रदेश केडर के आईएएस युनूस खान व उनकी आईपीएस पत्नी अंजुम आरा ने शहीद परमजीत की बेटी खुशदीप को गोद लेने का फैसला लिया। इसकी जानकारी उन्होंने शहीद के परिवार को दी। साथ ही कहा वे शहीद की इस बेटी का पढ़ाई से लेकर विवाह तक संपूर्ण खर्च स्वयं वहन करेंगे। परमजीत की इसी 12 वर्षीय पुत्री खुशदीप ने अपने पिता को सेल्यूट कर अंतिम विदाई दी थीं। आईएएस युनूस खान वर्तमान में कुल्लू के डिप्टी कमिश्नर हैं तो उनकी पत्नी अंजुम आरा सोलन जिले में पुलिस अधीक्षक पद पर तैनात हैं। हालांकि इन दोनों के एक पुत्र है। फिर भी परमजीत की पुत्री को गोद लेने की भावना दोनों के मन में जागी। उन्होंने परमजीत के परिवार से संपर्क कर अपने इस पुण्य कार्य के बारे में बताया। आईएएस युनूस ने बताया कि शहीद के परिवार के दर्द को शांत करना बेहद मुश्किल है। फिर वे इस परिवार के दु:ख को साझा करने की कोशिश में लगे हुए हैं। एक जिम्मेदार नागरिक का कत्र्तव्य निभाने के उद्देश्य से हमने यह कदम उठाया है। अब यह खुशदीप निर्भर करेगा कि गांव में रहना चाहती है या किसी अन्य स्कूल में रहकर पढऩा चाहती है। हम तो खुशदीप के साथ जीवनभर साथ रहेंगे। एसपी अंजुम ने बताया कि खुशदीप रहेगी तो अपने परिवार के साथ ही, लेकिन उसका पूरा खर्च वे दोनों ही वहन करेंगे। समय-समय पर उससे मिलकर उसकी समस्याओं को जानेंगे और समाधान करेंगे। खुशदीप अपनी पढ़ाई के बाद प्रशासनिक सेवाओं के अलावा कुछ ओर बनना चाहती है तो उसकी पूरी मदद करेंगे।

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