फर्जी दस्तावेजों से हासिल किए करोड़ों के टेंडर, फर्म ने लगाया जेडीए का फर्जी परफोरमेंस सर्टिफिकेट
जयपुर। जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में इन दिनों मिलीभगत से जमकर फजीर्वाड़े का खेल चल रहा है। चहेती फर्मों द्वारा फर्जी दस्तावेजों से करोड़ों रूपए के काम लिए जा रहे हैं। ऐसा ही एक खेल सामने आया है मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स जयपुर का, जिसने जेडीए और जेवीवीएनएल के अधिकारियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों से करोड़ों रूपए के काम हासिल कर लिए। यह फर्म जेवीवीएनएल के कई बड़े अधिकारियों की चहेती फर्म है, जिसके पास सैकड़ों करोड़ के काम है। दरअसल जेवीवीएनएल में करोड़ों रूपए के बिजली की हाईटेंशन लाइन शिफ्टिंग का कार्य हासिल करने के लिए मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स जयपुर ने जेडीए का वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट लगाया।
यह परफोरमेंस सर्टिफिकेट जेडीए अधिशाषी अभियंता विद्युत-प्रथम की ओर से 16 मार्च, 2015 को जारी किया गया। जेडीए अधिशाषी अभियंता विद्युत-प्रथम की ओर से जिस कार्य का परफोरमेंस सर्टिफिकेट जारी किया गया था, वो कार्य मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स को 21 अक्टूबर, 2014 को जारी किया गया था। कायार्देश के अनुसार फर्म को चैमूं नगरपालिका क्षेत्र में 220 केवी जीएसएस पर नई हाईटेंशन लाइनों को डालने के साथ ही शिफ्टिंग का कार्य करना था। मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स द्वारा जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में करोड़ों रूपए के का हासिल करने के लिए जेडीए के तत्कालीन अधिशाषी अभियंता विद्युत-प्रथम के द्वारा 16 मार्च, 2015 की तारीख में जारी वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट लगाया गया, जो कि फर्जी था। मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स जयपुर की ओर से लगाए गए परफोरमेंस सर्टिफिकेट को लेकर जेडीए से जब आरटीआई में जानकारी मांगी गई तो, सामने आया कि जेडीए की ओर से वर्क परफोरमेंस को लेकर कोई सर्टिफिकेट जारी ही नहीं किया गया। मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स जयपुर द्वारा इसी सर्टिफिकेट के आधार पर जेवीवीएनएल में करोड़ों के काम हासिल कर लिए गए।
जेडीए ने जारी नहीं किया वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट
मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स जयपुर को जेडीए अधिशाषी अभियंता विद्युत-प्रथम की ओर से 16 मार्च, 2015 को वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट जारी किया गया। आरटीआई कार्यकर्ता कुलदीप सिंह द्वारा जेडीए से जब सर्टिफिकेट को लेकर सूचना मांगी गई तो जेडीए ने साफ कर दिया इस तरह का सर्टिफिकेट जारी करने का उनकी पत्रावली में कोई रिकार्ड नहीं है और न ही इस डिस्पेच नंबर से कोई सर्टिफिकेट जारी किया गया है। फर्म को केवल 51 डिस्पेच नंबर से 21 अक्टूबर, 2015 को कायार्देश जारी किया गया है। फर्म को वर्क परफोरमेंस को लेकर कोई सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया और ना ही जेडीए में ऐसा कोई रिकार्ड है।
बिना डिस्पेच नंबर का सर्टिफिकेट जेवीवीएनएल में मान्य कैसे ?
मैसर्स स्वास्तिक इलेक्ट्रिकल्स एण्ड फटीर्लाइजर्स जयपुर की ओर से जेवीवीएनएल में करोड़ों रूपए के हाईटेंशन लाइन और रोड लाईट शिफ्टिंग के कार्य में जेडीए की ओर से 21 अक्टूबर, 2015 को जारी वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट लगाया गया। वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट पर डिस्पेच नंबर नहीं होने के बाद भी जेवीवीएनएल के अधिकारियों द्वारा सर्टिफिकेट को कैसे मान्य कर दिया, जबकि टेंडर शर्तों के अनुसार वर्क परफोरमेंस सर्टिफिकेट अधिशाषी अभियंता स्तर के अधिकारी द्वारा जारी करने के साथ ही उस पर संबंधित कार्यालय के डिस्पेच नंबर होना अनिवार्य है, लेकिन जेवीवीएनएल अधिकारियों ने अपने ही टेंडर की शर्तों की पालना करने की बजाए फर्जी सर्टिफिकेट को मान्य करते हुए फर्म को करोड़ों रूपए के काम सौंप दिए।