नई दिल्ली। देश के बहुचर्चित कोयला ब्लॉक घोटाले में गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व सांसद विजय दर्डा के खिलाफ कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं। दर्डा पर छत्तीसगढ़ में जेएलडी यवतमाल एनर्जी लिमिटेड को फ तेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन में धांधली का आरोप है। वहीं दूसरी तरफ कोर्ट ने पूर्व कोयला मंत्री शिबू सोरेन और पूर्व राज्य मंत्री दसारी नारायण राव को मामले में आरोपी बनाने की याचिका को खारिज किया है। विशेष न्यायाधीश भरत पाराशर ने दर्डा, उनके बेटे देवेंद्र दर्डा, पूर्व कोयला सचिव एचसी गुप्ता, पूर्व कोयला मंत्रालय के अधिकारी के.एस. क्रोफा और के.सी. सामरिया, जेएलडी यवतमाल एनर्जी लिमिटेड कंपनी के निदेशक मनोज कुमार जायसवाल के खिलाफ आरोप तय किए हैं। सभी आरोपियों ने आरोपों से इंकार कर मामले में अंवीक्षा चाही है। सीबीआई की रिपोर्ट में इन आरोपियों पर आरोप है कि कोयला ब्लॉक आवंटन करवाने के लिए जेएलडी यवतमाल एनर्जी लिमिटेड ने इस तथ्य को छुपाया था कि उसने पहले 1999 और 2005 में अपने समूह की कंपनियों के लिए चार कोयला ब्लॉकों का आवंटन करवाया था।

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