नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाकर किए गए पोस्ट को ट्विटर पर शेयर कर घिरे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह अब अपने बचाव में उतर आए हैं। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘ट्विटर का बेसिक प्रिंसिपल है कि रीट्वीट का मतलब उसका समर्थन करना नहीं होता। मैंने बस रिट्वीट किया। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ भी अपशब्द नहीं कहा। मैंने सिर्फ कहा कि वह मूर्ख बनाने की कला में महारथ हैं। क्या यह अपमानजनक है?’
दिग्विजय ने कहा, ‘पीएम मोदी ने अपने किए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है। वह विश्वभर के हर मुद्द पर कॉमेंट कर सकते हैं। क्या वह गौरी लंकेश की हत्या पर कॉमेंट नहीं कर सकते?’ दिग्विजय ने साथ ही दोहराया कि उन्होंने वह शब्द नहीं कहे बल्कि उस मीम को शेयर किया था।

कांगेस नेता ने इस विवाद पर ट्वीट भी किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे मेरे ट्वीट को लेकर अनावश्यक रूप से दोषी माना जा रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि मैंने पीएम मोदी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘मैंने तस्वीर पर पीएम मोदी के खिलाफ कोई कॉमेंट नहीं किया है।’दिग्विजय ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘मैंने तस्वीर पर पीएम मोदी के खिलाफ कोई कॉमेंट नहीं किया। लेकिन मैंने उन शब्दों का इस्तेमाल किया जो सामान्यत: मूर्ख बनाने और मोदी भक्तों के लिए किया जाता है। स्वाभाविक रूप से मोदी भक्त मेरे खिलाफ खड़े हो गए, लेकिन मैं उनके अपशब्दों का मजा ले रहा हूं क्योंकि वे मोदी और पैसों द्वारा बेवकूफ बनाए जा रहे हैं।’

दिग्विजय ने अपने ट्विटर हैंडल से शुक्रवार को एक मीम शेयर किया। इसमें मोदी और उनके फॉलोअर्स जिन्हें कथित तौर पर ‘भक्त’ कहकर पुकारा गया है, के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। दिग्विजय सिंह ने जो मीम पोस्ट किया है उसमें मोदी की तस्वीर के साथ तीन लाइन लिखी गई हैं। इसमें लिखा है, ‘मेरी 2 उपलब्धियां: 1- भक्तों को चु#$% बनाया, 2- चु#$% को भक्त बनाया।’ इस ट्वीट के साथ दिग्विजय सिंह ने यह भी जोड़ा है कि यह उनका अपना नहीं है लेकिन इसे शेयर करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। इस ट्वीट पर लोगों की नजर पड़ते ही उनकी आलोचना शुरू हो गई। हालांकि दिग्विजय सिंह ने बाद में इस ट्विट को हटा लिया था।

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