जयपुर। 23 साल पहले राजस्थान के झुंझुनूं में लगने वाले नसबंदी शिविरों में झूंठी और फर्जी प्रविष्टियां दिखाकर गबन करने के मामले में तत्कालीन सीएमएचओ मोमन राम जांगू और कनिष्ठ लेखाकर श्रवण कुमार को दोषी मान लियाा है। भ्रष्टाचार मामलात की अदालत क्रम एक के न्यायाधीश बलजीत सिंह ने सीएमएचओ मोमन राम जांगू विजय नगर अजमेर को दो साल और कनिष्ठ लेखाकर श्रवण कुमार दोरादास झुंझुनूं को तीन साल की कैद सुनाई है। लोक अभियोजक महेन्द्र कुमार व्यास ने कोर्ट को बताया कि एसीबी को सूचना मिली थी कि झुंझुनूं में लगे नसबंदी शिविर में फर्जी दस्तावेज व एंट्री से फर्जी तरीके से करीब एक लाख से अधिक भुगतान उठा लिया है। इसमें तत्कालीन सीएमचो व कनिष्ठ लेखाकार की लिप्तता है। जांच के बाद मामला सही पाए जाने पर एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज कर दोनों के खिलाफ चालान पेश किया।

LEAVE A REPLY