gahalot honge raajasthaan ke seeem, paayalat banenge diptee seeem

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस बहुमत के आंकड़े तक पहुंच गई है। अब सीएम चेहरा कौन हो, इसकी तैयारियां शुरु हो गई है। मुख्य मुकाबला कांग्रेस के पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच माना जा रहा है। दोनों ने ही लॉबिंग शुरु कर दी है। हालांकि इन दोनों के विवाद में तीसरे का भाग्य भी चमक सकता है। अंदरखाने चर्चा है कि दोनों ही सीएम पद के लिए जबरदस्त लॉबिंग में लगे हुए हैं और विधायकों को भी मैनेज करना शुरु कर दिया है। विधायकों का संख्या बल दिखाकर सीएम पद की दावेदारी दिखाई जा सकती है। आज सुबह ग्यारह बजे होने वाली विधायकों की बैठक में शक्ति प्रदर्शन की पूरी उम्मीदें है। यहां विधायकों की राय लेकर पर्यवेक्षक वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय इसकी सूचना पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को देंगे। वहां से हरी झण्डी मिलने के बाद ही राजस्थान में सीएम चेहरा घोषित होगा। ऐसा मानना है कि अगर दोनों ही नेता अड़े रहे तो तीसरे के सिर पर सीएम पद की ताजपोशी हो सकती है।

राजस्थान विधानसभा के अभी तक चुनावी नतीजों में कांग्रेस को एक सौ सीटें मिली है, जो बहुमत से एक सीट दूर है। हालांकि कांग्रेस के एक दर्जन बागी जीत गए हैंए जो कांग्रेस को ही समथज़्न देंगे। भाजपा को 73 सीटें मिली है। कांग्रेस के पक्ष में अच्छी हवा होने के बावजूद एक सौ सीटों पर ठहरना चचाज़् का विषय है। पाटीज़् आलाकमान भी इस बारे में गंभीर है कि जब राजस्थान में इतना अच्छा माहौल पाटीज़् के पक्ष में था तो इतनी कम सीटें क्यों मिली। इसे लेकर खूब चचाज़् है और सीएम पद के दावेदार इसे लेकर एक.दूसरे पर आरोप.प्रत्यारोप करने भी शुरु हो गए हैं। अंदरखाने सीएम पद को लेकर भी कांग्रेस में घमासान शुरु हो गया है।

एक सौ सीटें में से अधिकांश अशोक गहलोत समथज़्क बताए जाते हैं। ऐसे में सचिन पायलट के सामने दिक्कत आ सकती है। वहीं जो कांग्रेस के बागी जीते हैंए वे भी सचिन पायलट के पक्ष में नहीं बताए जाते हैं। टिकट नहीं मिलने के पीछे वे पायलट को दोषी ठहरा रहे हैं। साथ ही टिकट वितरण में प्रत्याशी चयन सही नहीं करनेए टिकट की खरीद.फरोख्त और देरी से प्रत्याशी की घोषणा करने को लेकर पीसीसी चीफ पर आरोप लगने लगे थे और यह आरोप फिर से उठने लगे हैं। ऐसे में सीएम पद सचिन पायलट को आसानी से मिल जाएगाए इसमें संदेह जताया जा रहा है। राजनीति के जादूगर कहे जाने वाले अशोक गहलोत भी अंदरखाने सीएम के लिए लॉबिंग में लग चुके हैं।

वे गाहे.बगाहे कहते रहे हैं कि आलाकमान तय करेंगे कि सीएम कौन बनेगा। विधानसभा चुनाव में पाटीज़् को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने से सचिन पायलट की छवि पर असर पड़ा है। उनके विरोधी इसे लोकसभा चुनाव से जोड़ रहे हैं। ऐसे में सीएम के लिए कल होने वाली बैठक अहम है। विधायकों की लॉबिंग होने लगी है। सीएम पद के लिए पायलट और गहलोत की सशक्त दावेदार है। नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के हारने से वे सीएम पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं। हालांकि दोनों के बीच विवाद बढऩे पर सीपी जोशी के सिर पर भी सीएम पद की ताजपोशी हो सकती है। आज होने वाली बैठक में विधायकों की राय और फिर आलाकमान के निदेज़्श पर सीएम का फैसला होगा। अब देखना है कि किसकी किस्मत में सीएम बनना है।

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