जयपुर। 24 जून की रात एनकाउंटर के दौरान मारे गए 5 लाख के ईनामी गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की मौत को आज 17 दिन हो गए हैं। लेकिन इसके बाद ही उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। जिससे अब संक्रमण फैलने का खतरा बढऩे लगा है।

इस बात की आशंका खुद पुलिस व विशेषज्ञ जता रहे हैं। ऐसे में आने वाले 4-5 दिनों में यदि आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं होता है तो पुलिस जनहित के मद्देनजर हाईकोर्ट में अपील लगाकर इजाजत मांग सकती है। फोरेसिंक विशेषज्ञों का कहना है कि 4 से 5 दिन के बाद शव खराब होने लगता है। बर्फ हो डी-फ्रीज यदि शव उसमें पड़ा रहता है तो वह अकड़ जाता है। लेकिन संक्रमण का खतरा कम नहीं होता है। संक्रमण का खतरा तो लगातार बढ़ता ही रहता है। फिर 10 से 15 दिन बाद शव में बैक्टीरिया पनप लग जाते हैं। ऐसे में उनसे फैला संक्रमण आस-पास के लोगों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। वहीं आनंदपाल के शव का दो बार पोस्टमार्टम हो चुका है। जबकि कई घंटों से बिना डी-फ्रीज में रखा हुआ है। घटनाक्रम को 17 दिन बाद होने के बाद परिजन जहां अपनी मांगों पर अड़े हैं तो सरकार भी उनकी मांगों पर सहमत होती नजर नहीं आ रही है। ऐसे में आगामी एक या दो दिन में इस प्रकरण के शांत होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

इधर पुलिस भी मामले को लेकर पूरी तरह पसोपेश में ही नजर आ रही है। पुलिस परिजनों से शव लेकर खुद अंतिम संस्कार कर दे। ऐसा भी संभव होता नजर नहीं आ रहा है। इस दृष्टि से पुलिस अब हाईकोर्ट की शरण में जाने का मानस ही बना रही है। नागौर पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख ने बताया कि परिजनों से इस मामले में सहमति बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यदि आगामी 4-5 दिनों में आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया तो जनहित को ध्यान में रखते हुए हाईकोर्ट से इजाजत मांगी जाएगी।

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