raahul ko nahin balki prataapagadh kee janata ko javaab dene aaya hoon : shaah
जयपुर। राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आज दिल्ली में अहम बैठक हो रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में दोपहर तीन बजे दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में हो रही इस बैठक में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश के बड़े नेता और मंत्री शामिल होंगे।
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चुनाव की तैयारियों की दृष्टि से राजस्थान काफी पीछे चल रहा है। दो महीने से प्रदेश अध्यक्ष का मामला ही तय नहीं हो पा रहा है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश के सभी नेताओं को दिल्ली बुलाया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आज होने वाली बैठक में चुनाव की तैयारियों के बारे में प्रदेश के नेताओं, राज्य व केन्द्र के केबिनेट मंत्रियों से फीडबैक और चर्चा तो होगी ही, साथ ही केन्द्रीय नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष के बारे में भी अपनी मंशा जाहिर करेगा। बताया जा रहा है कि इस बैठक में आम सहमति बना कर अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी जाएगी, ताकि अध्यक्ष पद को लेकर किसी भी तरह की मतभेद की खबरों को खत्म किया जा सके।
इसके साथ ही प्रदेश के लिए पार्टी की चुनाव सम्बन्धी समितियों के गठन और मंत्रियों और मुख्यमंत्री की यात्रा सम्बन्धी कार्यक्रमों को भी मंजूरी दी जा सकती है। पार्टी नेताओं का कहना है कि अब समय कम है और इस माह के अंत तक सभी समितियों का गठन कर चुनाव की तैयारियों को शुरू करना है। क्योंकि अगले माह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के अन्य बडे नेताओं के दौरे शुरू हो जाएंगे। इसी लिहाज से आज की बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। बैठक में प्रदेश भाजपा की चुनाव सम्बन्धी समितियों के गठन को भी अंतिम रूप दे दिया जाएगा। बैठक के लिए सीएम राजे मंगलवार शाम को ही दिल्ली चली गई थी।
गुलाब चंद कटारिया, केबिनेट मंत्री राजेन्द्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी, युनूस खान, संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, कोर कमेटी सदस्य भूपेन्द्र यादव, सांसद ओम प्रकाश माथुर, सांसद मदन लाल सैनी, किरोडी लाल मीणा व रामनारायण डूडी, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, सीआर चौधरी आदि को बैठक में बुलाया है।गौरतलब है कि प्रदेश की तीन उप चुनाव सीटों पर करारी हार के बाद पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व ने दो महीने पहले प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी से इस्तीफा ले लिया था और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए आगे बढ़ाया, लेकिन सीएम वसुंधरा राजे व उनके खेमे के नेताओं ने शेखावत के नाम का यह कहकर विरोध जताया कि इससे प्रदेश के सियासी समीकरण प्रभावित हो सकते हैं। सीएम राजे व केबिनेट मंत्रियों ने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं व संगठन महामंत्री से मिलकर शेखावत के नाम का विरोध जताया, जिसके चलते दो महीने से प्रदेश अध्यक्ष का मामला लटका हुआ है। कांग्रेस ने भी इसे प्रदेश में मुद्दा बनाकर भाजपा को घेरे हुए है।

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