Padmavati

उदयपुर: उदयपुर के भींडर राजघराने के सदस्य एवं वल्लभनगर से निर्दलीय विधायक रणधीरसिंह भींडर ने कहा कि राजस्थान में हम लोग किसी भी हालत में पद्मावती फिल्म को परदे पर नहीं उतरने देंगे। भींडर ने आज उदयपुर में कहा कि कोई हमारे पूर्वजो पर फिल्म बनाये और उसमें कोई भी आपत्तिजनक चीजें डालेगा तो हम उसका विरोध तो करेंगे। उन्होंने कहा कि यह कोई छोटा-मोटा मामला नहीं है, कानून और व्यवस्था का भी मामला नहीं है, ये हमारी अस्मिता का मामला है।

उन्होंने कहा कि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की कानून व्यवस्था बनाने की बात पर हम साथ हैं। हम सभी कानून को मानने और उसकी पालना करने वाले लोग है, लेकिन अगर बात अस्मिता की है तो हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। भींडर के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम जिलाधीश को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में विधायक भींडर ने कहा कि संजय लीला भंसाली फिल्म निर्माता के प्रतिनिधि ने कहा था कि राणा रतनसिंहजी के वंशज महाराणा महेन्द्रसिंहजी व उनके परिवार को फिल्म की पटकथा दिखाकर ही फिल्म बनाई जायेगी, परन्तु ऐसा नहीं किया गया और न ही फिल्म पूरी होने पर परिवार को बताई गई।

उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस फिल्म पर प्रतिबंध नही लगाया तो 24 नवंबर को उदयपुर कलेक्ट्रेट पर एक विशाल धरना दिया जाएगा। इधर, सीकर में राजपूत करणी सेना के बैनर तले सर्व समाज के लोगों ने फिल्म प्रदर्शन पर विरोध जताते हुए शहर में आक्रोश रैली निकाली। रैली रामलीला मैदान से शुरू हुई जो शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची। इस दौरान सर्व समाज के लोगों ने फिल्म निर्माता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए सरकार से फिल्म पर रोक लगाने की मांग की।

राजपूत करणी सेना का कहना है कि हमने प्रशासन को ज्ञापन देकर बता दिया है कि वह ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजकर इस विवादित फिल्म पर रोक लगा दे वही सिनेमाघरों के मालिकों को विज्ञापन देकर चेतावनी दी गई है कि वह फिल्म को सिनेमाघरों में ना लगाएं। इसके बावजूद फिल्म का प्रदर्शन होता है तो राजपूत करणी सेना न केवल सीकर बल्कि संपूर्ण भारत में इस फिल्म का विरोध करते हुए सि‍नेमा धरो को आग लगा दी जाएगी, क्योंकि फिल्म मे इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया गया है। इसे राजपूत समाज ही नहीं, पूरा हिंदू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।

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