– ग्राम सेवा सहकारी समितियों को अनुदान देकर सरकार ने की पहल, तीन वर्ष में 1000 कस्टम हायरिंग सेंटर हो रहे है स्थापित
जयपुर, 13 जनवरी। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कस्टम हायरिंग सेन्टर की शुरूआत से किसान को अब सस्ती दर पर कृषि यंत्र टे्रक्टर , हल, रोटावेटर, ट्रॉली, थ्रेसर, सहित अन्य उपकरण बाजार से कम दरों पर किसानों को किराए पर उपलब्ध होंगे। इससे गांव के किसानों को दर-दर नही भटकना होगा। तीन वर्ष में 1000 कस्टम हायरिंग की स्थापना की जा रही है।
कटारिया ने गुरूवार को जयपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड की ओर से सिरसी रोड पर स्थित अलंकार कॉलेज के पास में जयपुर जिले की चयनित 17 ग्राम सेवा सहकारी समितियों भैंसावा, बोबास, दूधली, रूण्डल, धवली, नवलपुरा, कालवाड, दुर्जनियावास, धानक्या, पचार, झो. भोजपुरा, चांदमाकंला, बजरंगपुरा, सांगटेडा, हांसियावास, भैसलाना एवं शुक्लाबास में कस्टम हायरिंग सेन्टर के लिए कृषि यंत्र टे्रक्टरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि जोत का आकार कम होता जा रहा है। ऎसे में किसान के पास कृषि यंत्र उपलब्ध नही हो पाते है। सरकार के इस प्रयास से किराए पर किसानों को कम दरों पर कृषि यंत्र स्थानीय स्तर पर मिल सकेंगे।
कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि ग्राम सेवा सहकारी समितियां मजबूत बने। उनकी सोच के अनुरूप ही जीएसएस को सुद्ृढ करने का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान तकनीक को ध्यान में रखकर किसानों को सस्ती दरों पर जीएसएस को टे्रक्टर, हल, एवं रोटावेटर सहित अन्य यंत्र उपलब्ध कराए गए है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष 100 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में कस्टम हायरिंग सेन्टर की स्थापना की जा चुकी है। इस वर्ष 285 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में एवं 17 एफपीओ में कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना की गई है।
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश, अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्याम लाल मीणा, प्रबंध निदेशक सीसीबी इद्रराज मीणा, अधिशाषी अधिकारी अदिति गोठवाल सहित अन्य अधिकारियों ने 17 समितियों के लिए खरीदे गए टे्रक्टरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पहले किसानों का साफा एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया तथा उन्हें ट्रेक्टर की चाबी सौंपी गई।

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