जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि हमारी सरकार ने सभी जाति, मजहब एवं वर्गों के महापुरूषों के पेनोरमा बनाकर राजस्थान के गौरवशाली इतिहास को आने वाली पीढ़ी के लिये संरक्षित करने का काम किया है। इन पेनोरमा के माध्यम से नई पीढ़ी को ऐसे महापुरूषों की गाथाओं और उनके कार्यों से प्रेरणा मिलेगी। राजे मंगलवार को 8,सिविल लाइंस पर राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण में चार गैर सरकारी सदस्यों के मनोनयन पर आभार व्यक्त करने आए प्रतिनिधिमंडल को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने प्राधिकरण के नए सदस्यों को बधाई देते हुए पेनोरमा और अन्य धार्मिक स्थलों के विकास कार्यों को तेज गति से पूरा करने के लिये जुट जाने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम में नये सदस्यों के आने के बाद प्राधिकरण और अधिक मजबूती से काम कर सकेगा। प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत ने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि पेनोरमा निर्माण और धार्मिक स्थलों के विकास के जो काम हाथ में लिये गये हैं वे तय समय में पूरे किये जाएंगे। उन्होंने मनोनीत सदस्यों कंवल प्रकाश किशनानी, जीएल राव, भैरूलाल गुर्जर एवं एच खान का परिचय मुख्यमंत्री से कराया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल तथा अजमेर, नागौर एवं जयपुर शहर से बड़ी संख्या में आए लोग उपस्थित थे।
-मदरसों के बच्चों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया
मुख्यमंत्री से मदरसों में पढने वाले बच्चों, उनके अभिभावकों तथा मदरसा संचालकों ने मुलाकात की और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से लाभान्वित किये जाने पर राजे का आभार व्यक्त किया। इनमें से कई बच्चे ऐसे थे जिनके इस योजना में निःशुल्क आॅपरेशन हुए हंै। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों को रमजान की मुबारकबाद देते हुए उन्हें स्कूल बैग किट भी भेंट किए। राज्य मदरसा बोर्ड की चेयरमैन मेहरून्निसा टांक ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रदेश के विभिन्न मदरसों में पढ़ने वाले एक लाख से अधिक बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराई जा चुकी है। इस अवसर पर मदरसा बोर्ड के सचिव श्री सलीम खान, सदस्य श्री उस्मान चैहान, श्री युनूस चैबदार भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री से झुंझुंनंू जिले के चिड़ावा की मेधावी छात्रा वंशिका शर्मा और जयपुर के श्रीबालाजी नगर की मेधावी छात्रा अनुसूया उपाध्याय ने मुलाकात की और गणित के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों की जानकारी दी।