जैसलमेर. एक किसान के बेरोजगार बेटे को 1 करोड़ से ज्यादा रुपए का जीएसटी टैक्स का बकाया नोटिस मिला है। नोटिस के बाद से पूरा परिवार टेंशन में आ गया है। युवक का कहना है कि, इतनी बड़ी रकम का लेन-देन तो दूर उसने आज तक देखी भी नहीं है। परिवार की सलाना इनकम तक इतनी है। न फर्म न कोई बिजनेस। फिर भी नोटिस मिला है। युवक पुलिस और विभागों के चक्कर तक काट-काटकर परेशान हो गया है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। जीएसटी के इस नोटिस ने जैसलमेर के रीदवा गांव के रहने वाले नरपतराम पुत्र नवल राम मेघवाल की नींद उड़ाकर रख दी है। युवक का कहना है कि वह किसान का बेटा है और बेरोजगार है। सूरतगढ़ में रहकर शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा है। फिलहाल वह अपने पिता पर ही आश्रित है। युवक ने बताया कि 29 दिसंबर को उसके नाम पर आयुक्तालय दिल्ली उत्तर से जीएसटी का नोटिस आया था। खोलकर देखा तो, 1 करोड़ 39 लाख 79 हजार 407 रुपए का बकाया जीएसटी टैक्स का नोटिस था। नोटिस में टैक्स जल्द से जल्द न भरने पर कार्रवाई की बात लिखी हुई है। नोटिस के साथ सम्मन जारी कर 9 जनवरी 2023 को दिल्ली भी बुलाया गया है। युवक ने बताया कि उनके नाम से कोई बिजनेस नहीं है। पिता खेती-बाड़ी करते है और वह सूरतगढ़ में रहकर शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहा है। नोटिस के बाद पुलिस और कई विभागों के चक्कर काटे लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। नोटिस में एक फर्म स्ट्रेड इंटरप्राइजेज का जिक्र है। नोटिस से पता चला कि उसके पेन कार्ड और आधार कार्ड के आधार पर ये फर्म चल रही है। ओरिजनल डॉक्यूमेंट मेरे पास है। संभावना है किसी ने ऑनलाइन में डॉक्यूमेंट की जानकारी लेकर फर्म बना ली है। उसके डॉक्यूमेंट का गलत इस्तेमाल कर किसी ने फर्म को शुरू किया है। सदर थाना अधिकारी अचला राम ढाका ने बताया कि नरपत राम ने मामले की शिकायत की है। जीएसटी ऑफिस में नरपत राम को नोटिस का जवाब भेजने के लिए कहा गया है। मामले की जांच की जाएगी।