जयपुर. एक युवक ने सोमवार को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। खुदकुशी से पहले युवक ने एक वीडियो भी बनाया और बेटे-बेटियों को भेज दिया। वीडियो में जलदाय मंत्री महेश जोशी समेत कुछ लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। मामला सुभाष चौक इलाके का है। मृतक के घरवालों ने जिस कमरे में युवक ने फंदा लगाया उसके ताला लगा दिया। सुबह 6 बजे से बॉडी कमरे में है और पुलिस को नहीं ले जाने दे रहे। सुसाइड करने वाला राम प्रसाद (43) चांदी की टकसाल काले हनुमान मंदिर के पास रहता था। यहां से 200 मीटर दूर ही उसकी जमीन है। इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। घरवालों ने बताया कि आज सुबह राम प्रसाद जल्दी ही घर से निकल गया। घर से 200 मीटर दूर टी शॉप के पास एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के ऑफिस में पहुंचा। सुबह 5 बजे चौकीदार ऑफिस खोलने के बाद निकल गया था। ऑफिस में ही राम प्रसाद ने फंदा लगा लिया। सुबह 6 बजे उधर से निकल रहे एक ऑटो ड्राइवर ने शव लटका हुआ देखा। ऑटो ड्राइवर ने पुलिस को सूचना दी गई। सुसाइड से पहले राम प्रसाद मीणा ने एक वीडियो भी बनाया। वीडियो में बताया उसकी जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बाद भी उसे मकान नहीं बनाने दिया जा रहा है। 339 गिराधारी जी का मंदिर के देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल रॉयल शरेटन के मालिक मुंजी टांक, देवा अवस्थी, लालचंद देवनानी और कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने परेशान कर रखा है। इसके चलते मैं सुसाइड करने जा रहा हूं। इन लोगों की वजह से मेरी मां गुलाबी देवी और पत्नी सुमन मीणा बीमार रहती है। हर जगह शिकायत देने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सांसद किरोड़ी लाल मीणा से निवेदन करता हूं की मेरे परिवार को इंसाफ दिलाए। मृतक के बेटे अंकित मीणा ने बताया पापा जानते थे उनकी मौत के बाद पुलिस पूरे मामले को दबा देगी। इसलिए उन्होंने मरने से पहले वीडियो बनाकर दोनों बहनों और मुझे भेजा। पुलिस जब तक मोबाइल को अनलॉक करती और देखती। तब तक बात सभी तक वीडियो पहुंच गया। इन लोगों ने पापा को इतना परेशान किया की वह अपनी जान लेने पर मजबूर हो गया। अंकित मीणा ने बताया कि पापा खुद की जमीन पर मकान बनाना चाहते थे। महेश जोशी सहित कई लोग उन्हें मकान बनाने के लिए बार-बार रोकते थे। जमीन के सभी डॉक्युमेंट होने के बाद भी उनके घर के बाहर गार्ड लगा दिए थे। इससे काम नहीं करा सके। इसे लेकर दादी शनिवार को महेश जोशी से मिली, लेकिन उन्होंने कोई मदद नहीं की। अंकित ने बताया कि जब तक पुलिस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज नहीं करेगी तब तक शव नहीं ले जाने देंगे।

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