Yashwant Vyas

जयपुर। देश के ख्यातनाम व्यंग्यकार, पत्रकार एवं संपादक यशवंत व्यास को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान दिए जाने की घोषणा की गयी है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित इस सम्मान के अंतर्गत व्यास को 2 लाख रूपये राशि एव प्रशस्ती पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। व्यास को वर्ष 2017 के लिए तथा पत्रकार रवीश कुमार को वर्ष 2018 के लिए यह प्रतिष्ठित सम्मान दिए जाने की घोषणा की गयी है।

फेम इंडिया-एशिया पोस्ट मीडिया सर्वे 2018 में भारतीय प्रिंट मीडिया के एक प्रमुख चेहरे के रूप में शुमार व्यास इस समय के देश के विरल व्यंग्यकार, मीडिया समालोचक, स्तंभकार और संपादक है। शरद जोशी की परम्परा को उन्होंने आगे ही नहीं बढ़ाया बल्कि निरंतर संपन्न किया है। दैनिक भास्कर, नवज्योति के संपादक रहे व्यास ‘अहा जिन्दगी!’ पत्रिका के संस्थापक संपादक रहे है। इस समय वह अमर उजाला जैसे प्रतिष्ठित मीडिया समूह के सलाहकार हैं।
मध्यप्रदेश में 1964 में पैदा हुए यशवंत व्यास के लिखे यारी दुश्मनी’, ‘तथास्तु’, ‘रसभंग’ और नमस्कार कॉलम पाठकों में अत्यधिक लोकप्रिय रहे हैं। पत्रकारिता पर उनकी लिखी ‘अपने गिरेबान में’ और ‘कल की ताजा खबर’, उपन्यास ‘चिंताघर’, ‘कॉमरेड गोडसे’, ख़्वाब के दो दिन,
व्यंग्य संग्रह ‘जो सहमत हैं सुनें’, ‘इन दिनों प्रेम उर्फ लौट आओ नीलकमल’, ‘यारी दुश्मनी’ और ‘अब तक छप्पन’ बेहद चर्चित रहे है। इसके अलावा अमिताभ बच्चन के ब्रांड विश्लेषण पर लिखी किताब ‘अमिताभ का अ’ और कॉरपोरेट मैनेजमेंट पर हिन्दी-अंग्रेजी में लिखी किताब ‘द बुक ऑफ रेजर मैनेजमेंट-हिट उपदेश’ पुस्तकें भी पाठकों में बेहद लोकप्रिय रही हैं।

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