जयपुर। डिजिटल राजस्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य सरकार एवं सिस्को के बीच प्रदेश के महिला महाविद्यालयों में डिजिटल क्लास रूम की स्थापना और जल संसाधनों के स्मार्ट प्रबंधन के लिए करार किया गया है। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और सिस्को के कार्यकारी अध्यक्ष जाॅन चैम्बर्स की मौजूदगी में सोमवार को एसएमएस कन्वेंशन सेंटर में अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च एवं तकनीकी शिक्षा राजहंस उपाध्याय और जल संसाधन सचिव शिखर अग्रवाल तथा सिस्को इंडिया एवं सार्क प्रेसीडेंट दिनेश मलकानी ने एसओआई (स्टेटमेंट आॅफ इंटेन्ट) पर हस्ताक्षर किए। राजे ने इस अवसर पर कहा कि सिस्को डिजिटल राजस्थान की ओर बढ़ते हमारे कदमों में एक महत्वपूर्ण पार्टनर की भूमिका अदा कर रही है। उन्होंने कहा कि कम्पनी 25 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्रों में आईटी एकेडमी के माध्यम से कार्य कर रही है। साथ ही स्मार्ट सिटी एवं लाइट हाउस सिटी जैसे प्रोजेक्ट के साथ अब ग्लोबल सेंटर फाॅर एक्सीलेंस की स्थापना की गई है। सिस्को के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन जाॅन चैम्बर्स ने कहा कि किसी भी देश, प्रदेश एवं शहर के लिए डिजिटल प्लेटफाॅर्म कई तरह के अवसर पैदा करता है। इससे नागरिक आधारित सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ नवाचारों एवं उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलता है। सिस्को इंडिया एवं सार्क के प्रेसिडेंट दिनेश मलकानी ने कहा कि डिजिटल प्लेटफाॅर्म तैयार होने से राजस्थान में उच्च कौशल वाली वर्कफोर्स तैयार होगी। इससे राजस्थान का युवा जो राज्य की कुल जनसंख्या का 60 प्रतिशत है, दुनिया की प्रतिस्पर्धा में नए कीर्तिमान स्थापित करने में सक्षम बनेगा। सिस्को के डिजिटल क्लास रूम में प्रतिवर्ष 10 हजार ग्रामीण एवं शहरी महिलाओं को सूचना प्रौद्योगिकी में दक्ष बनाया जाएगा।

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