न्यूयॉर्क। शोधकतार्ओं का कहना है कि चांद की सतह के नीच अंदरूनी हिस्से में बड़ी मात्रा में पानी हो सकता है। उपग्रह से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण से अमेरिका के ब्राउन विश्वविद्यालय के शोधकतार्ओं ने ज्वालामुखी संग्रहों में या प्राचीन ज्वालामुखी के कारण चंद्रमा की सतह पर फैली चट्टानों के अंदरूनी स्तरों में प्राकृतिक रूप से पानी की पर्याप्त मात्रा होने का पता लगाया है। पत्रिका जियोसाइंस में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि यह बताता है कि चंद्रमा की ऊपरी सतह और अंदरूनी हिस्से के बीच में पर्याप्त मात्रा में पानी है। शोध के प्रमुख लेखक राल्फ मिलिकेन ने कहा कि चंद्रमा पर पानी के पाए जाने के पहले के निष्कर्षों में आंतरिक स्रोतों से पानी होने का पता नहीं चलता है।

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