Uddhav Thackeray's sleeplessness, Shiv Sena MLAs show 'rebellion'

मुंबई। महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार में रहना है या नहीं, इस मुद्दे पर शिवसेना में तीखे आंतरिक मतभेद की खबरें आ रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विधायक सरकार से बाहर निकलने का विरोध कर रहे हैं। इस सिलसिले में मराठवाड़ा से पार्टी के विधायक सुभाष साबणे के नेतृत्व में पार्टी के विधायकों का शिष्टमंडल मंगलवार को उद्धव ठाकरे से मिलने वाला है।

बताया जा रहा है कि विधायकों का यह शिष्टमंडल पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के समक्ष अपना पक्ष रखेगा। इन विधायकों का मत है कि सरकार से समर्थन वापस लेने का यह उचित समय नहीं है। विधायक अभी चुनाव का सामना करने के लिए तैयार नहीं है। ताकत और प्रचार के मामले में शिवसेना के विधायक बीजेपी के मुकाबले अभी बहुत पीछे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विधायकों का कहना है कि पार्टी को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे सरकार गिरे या फिर सरकार से हमारे मंत्री बाहर हो।

असमंजस में नेतृत्व, सत्ता से हटने को लेकर विधायकों के विरोध और 20-22 विधायकों के टूटने की अटकलों को लेकर शिवसेना नेतृत्व असमंजस की स्थिति में आ गया है। अगर पार्टी नेतृत्व अपनी दशहरा रैली से पहले पार्टी के भीतर एक राय नहीं बना पाया, तो उसे दशहरा रैली में कोई निर्णायक भूमिका लेने का फैसला टालना पड़ सकता है। दूसरी तरफ अगर पार्टी कोई निर्णायक भूमिका नहीं लेती, तो उसे एक बार फिर सत्ता की लालची होने की आलोचना का समना करना पड़ेगा।

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