अहमदाबाद। न्यायालय से जमानत पाने के लिए लोग क्या-क्या जतन नहीं करते। इसी की एक बानगी वडोदरा की एक निचली अदालत में देखने को मिली। जहां फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार एक पूर्व पार्षद ने अपने संबंध प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से होना बताकर अदालत से जमानत देने की गुहार लगाई। इसके लिए बकायदा उसने पीएम और सीएम के साथ ली गई पुरानी तस्वीरें भी अदालत के समक्ष रखी। लेकिन उसकी यह दलीलें काम नहीं आई ओर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए उसकी दलील को खारिज कर दी। वडोदरा से भाजपा के पूर्व पार्षद हाषित तलाती के खिलाफ सीआईडी की अपराध शाखा ने एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। जिसमें उसके खिलाफ वडोदरा की गायत्री नगर सोसाइटी में बेशकीमती जमीन में फर्जीवाड़े का आरोप लगा। मामला दर्ज होने के साथ तलाती फरार था। उसने अग्रिम जमानत के लिए कोर्ट में याचिका दर्ज भी की। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान तलाती ने अपनी जमानत के लिए अपने राजनीतिक संबंधों का ब्यौरा देकर जमानत की मांग की। जमानत याचिका में उसने लिखा कि मैं एक बिजनसमैन हूं, वहीं पिछले लंबें अरर्से से भाजपा की राजनीति में शामिल हूं। राजनीति में मेरी गहरी जड़ें हैं और भाजपा पार्षद भी चुना गया। भाजपा के शीर्ष नेताओं से मेरे अच्छे संबंध हैं, प्रधानमंत्री और सीएम से भी अच्छे संबंध हैं। मैं ऐसा इंसान नहीं जो ट्रायल के दौरान फरार हो जाऊं। यह याचिका जब कोर्ट के सामने गई तो कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया।

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