jaipir. एक्स सीएम अशोक गहलोत ने बयान दिया है कि वसुंधरा जी का आरोप पॉलिटिकल आरोप है उसमें कोई दम नहीं है। मैंने सुना है यहां के डीआईजी ने भी कहा कि कोई पत्थरबाजी भी नहीं हुई है, मीटिंग्स शांतिपूर्वक हुई हैं। जो लोगों ने नारेबाजी की या काले झंडे दिखाए वो भी बीजेपी के लोग थे वहां की पब्लिक थी। वो कांग्रेस बीजेपी या कोई पार्टी के लोग हों। मैंने सुना पीपाड़ में लम्बे समय से जो आंदोलन चल रहा था, सात दिन तक तो धरना हुआ क्रमिक भूखहड़ताल हुई है, पीपाड़ बंद रखा गया है।
वसुंधरा जी की हिम्मत कैसे हो गयी कि वो मुझ से कह रही हैं ये मेरे इशारे पर हुआ है जबकि उनको मालूम है कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब वाजपेयी जी की रैली थी मैंने तीन बजे उन लोगों को अरेस्ट किया जो आज इनके बहुत चहेते हैं चाहे देवी सिंह भाटी हों.. कई लोग थे सामाजिक न्याय मंच से। जालौर में इनकी हालत खराब कर दी इन लोगों ने, पाली में हालत ख़राब कर दी तब मैंने  पुलिस की व्यवस्था की, प्रबंधन इतने अच्छे किए जिनसे इनकी यात्रा पूरे प्रदेश में आराम से निकल पाई। वसुंधरा जी जो महारानी साहिबा हैं और अभी तक घमंड और अहम् में चल रही हैं इस तरह के आरोप इसलिए लगा रही हैं कि सहानुभूति बटोरकर वापस वोट ले सकें। आरोपों में कोई दम नहीं है। हम हिंसा की निंदा करते हैं। राहुल गांधी जी ने भी कल लंदन में कहा है कि जो हिंसा करता हैं उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए और मैं इसके पक्ष में हूँ उसके बाद में कोई बात रहती ही नहीं है।
एक्स सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि काले झंडे दिखाए तो लोकतंत्र में वो तो कोई भी दिखा सकता है वो भी इनको बर्दाश्त नहीं होता है। इसीलिए जब झुंझुनू में लोगों ने कहा कि वसुंधरा जी आपकी खैर नहीं तो इनको समझ जाना चाहिए था कि जब जगह-जगह इनका विरोध हो रहा है, लोकतान्त्रिक तरीके से काले झंडे दिखाते हैं तो कुछ टॉलरेंस करने का इनमें माद्दा होना चाहिए। लोकतंत्र हमेशा सहनशक्ति के साथ चलता है। गांधीजी ने भी कहा था लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। लोकतंत्र में आपको टॉलरेंस रखना पड़ता है। कोई विरोधी पक्ष कोई बात भी करता है तो इनको बर्दाश्त नहीं होता, इतने भड़क जाते हैं ये लोग. भड़क जाते हैं तो ये क्या बोलते हैं इनको पता ही नहीं लगता है। ऐसे क्या भड़क गए कि नाइट हाल्ट करना था वहां खेजड़ला में और आप जोधपुर छोड़कर के चले गए। चार-साढ़े चार साल तक तो जोधपुर की भयंकर उपेक्षा की और चुनाव आए तो आप वापस से यात्रा शुरू कर रहे हो… लोग सब समझते हैं इन बातों को इस बार कोई भ्रम में आने वाला नहीं है, जनता का मन बन चुका है प्रदेश के अंदर और सरकार कांग्रेस की ही बनेगी।
एक्स सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस के प्रति पूरे प्रदेश में माहौल बना हुआ है। इन्होने खूब कोशिश करली जातिवाद फैलाने की, जातियों को बुलाने की और जो-जो फैसले कर रहे हैं अब ये सबको खुश करने के लिए तो लोग समझ गए हैं कि साढ़े चार साल तो इन लोगों ने भारी बहुमत प्राप्त करने के बाद भी अन्याय किया हमारे साथ में, किसी से मिली नहीं मुख्यमंत्री, कभी सर्किट हाउस में रुकी नहीं पूरे प्रदेश के अंदर अपने कार्यकाल में पांच साल तक… आप कल्पना करो कि आप सर्किट हाउस में रुको ही नहीं तो कोई गाँव का आदमी आए तो कहाँ जाकर मिले उनसे… उन्होंने इतनी दूरी बनाए रखी अब किस मूंह से वोट मांग रही हैं। उन्हें इस बात का जवाब जनता को देना चाहिए।
एक्स सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि जो संगठन महामंत्री होता है वो स्वतः ही कांग्रेस कोर कमेटी में शामिल होता ही है। और मैं पहले कह चुका हूँ मैं थां सूं दूर नहीं हूँ। मैंने पहले भी कहा कि अंतिम साँस तक राजस्थान की जनता की सेवा करूंगा मैं चाहे कहीं भी रहूँ, किसी भी पद पर रहूँ इस प्रदेश की जनता ने मुझे जो प्यार दिया, मोहब्बत दी, विश्वास किया, आशीर्वाद दिया और गाँव-गाँव ढाणी-ढाणी में क्या पुकार है मुझे अहसास इस बात का है पूरा प्रदेश और प्रदेशवासी किस रूप में मुझसे प्यार करते हैं मुझे इस बात का अहसास है इसलिए मैं बार-बार कह रहा हूँ मैं आपसे दूर नहीं हूँ हमेशा मैं आपके लिए खड़ा मिलूंगा।

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