जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप फिट होंगे तभी देश सुपरहिट होगा। राजस्थान ने देश को कई खेल प्रतिभा दी है। खेलों में बेटियों का आगे बढ़ना अच्छा संकेत है। मोदी रविवार को जयपुर महाखेल के फाइनल से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चित्रकूट स्टेडियम में खिलाड़ियों को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा जीतने और सीखने के लिए मैदान में उतरें। खेल के मैदान से कोई भी खाली हाथ नहीं लौटता है। राजस्थान की धरती युवाओं के जोश के लिए जानी जाती है। राजस्थान के युवा कभी पीछे नहीं हटते हैं। खेल महाकुंभ के जरिए नई खेल प्रतिभाओं को तराशा जा रहा है। मोदी ने कहा इतिहास गवाह है। इस वीर धरा के युवाओं ने रणभूमि को भी अपने शौर्य से खेल का मैदान बना दिया। अतीत से लेकर आज तक जब भी देश की रक्षा की बात आती है। राजस्थान के युवा कभी पीछे नहीं होते हैं। यहां के युवाओं के शारीरिक और मानसिक क्षमता को विकसित करने में राजस्थानी खेल परंपराओं का बड़ा योगदान रहा है। सैकड़ों सालों से मकर सक्रांति पर आयोजित होने वाला खेल दड़ा हो या बचपन की यादों से जुड़ा सितोलिया। रुमाल-झपट्टा जैसे परंपरागत खेल राजस्थान के रग-रग में बसे हैं। उन्होंने कहा खेल में आगे बढ़ने के लिए खिलाड़ियों के लिए अपनी फिटनेस को मेंटेन रखना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। आप फिट होंगे, तभी सुपरहिट होंगे। फिटनेस तो जितनी खेल के मैदान में जरूरी होती है। उतनी जिंदगी के मैदान में भी जरूरी होती है। इसलिए आज खेलो इंडिया के साथ साथ देश के लिए फिट इंडिया भी एक बड़ा मिशन है। हमारी फिटनेस में बहुत बड़ी भूमिका हमारे खानपान की, हमारे पोषण की भी होती है।
मोदी ने कहा मैं आप सभी से ऐसे अभियान के बारे में बात करना चाहता हूं। जिसकी शुरुआत तो भारत ने की, लेकिन अब वह ग्लोबल कैंपेन बन गया है। आपने सुना होगा भारत के प्रस्ताव पर यूनाइटेड नेशंस साल 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स के तौर पर मना रहा है। राजस्थान तो मिलेट्स यानी मोटे अनाजों की परंपरा का घर है। देशव्यापी इसकी पहचान बने। इसलिए मोटे अनाज को अन्न के नाम से लोग जाने यह बहुत जरूरी है। इस बार बजट में भी इसका जिक्र किया गया है। यह सुपरफूड है, इसलिए राजस्थान का बाजरा, ज्वार ऐसे अनेक मोटे अनाज अन्न के नाम के साथ अब जुड़ गए हैं। राजस्थान के बाजरे का खीचड़ा और चूरमा क्या कोई भूल सकता है क्या। मेरी आप सभी युवाओं से विशेष अपील है। आप सभी अपने खाने में मोटे अनाजों को शामिल करें। स्कूल, कॉलेज और युवा पीढ़ी में खुद ही उसके ब्रांड एंबेसडर बन जाए। उन्होंने कहा कि आज का युवा सिर्फ एक क्षेत्र में सिमटकर नहीं रहना चाहता। वह मल्टी टैलेंटेड और मल्टीडाइमेंशनल भी है। देश भी इसलिए युवाओं के विकास के लिए काम कर रहा है। युवाओं के लिए आधुनिक स्पोट्‌र्स इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का भी प्रस्ताव इस बजट में किया गया है। नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के जरिए विज्ञान, इतिहास, समाजशास्त्र, संस्कृत जैसी भाषाएं हर विषय की किताबें शहर से गांव तक हर स्तर पर डिजिटली उपलब्ध होगी। यह आप सबके लर्निंग एक्सपीरियंस को नहीं उठाई देगा। सारे रिसोर्ट आपके मोबाइल और कंप्यूटर पर उपलब्ध करवाएंगे। मोदी ने कहा देश के युवाओं में पहले खेल का जज्बा तो होता था, प्रतिभा भी होती थी। अक्सर संसाधन और सरकारी सहयोग की कमी हर बार आड़े आ जाती थी।
– कोई युवा पीछे न रहे इस पर भी सरकार का ध्यान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब हमारे खिलाड़ियों की चुनौती का भी समाधान किया जा रहा है। मैं आपको जयपुर महा खेल का ही उदाहरण दूंगा। जयपुर में यह आयोजन पिछले पांच-छह वर्षों से चल रहा है। ऐसे ही देश के कोने कोने में बीजेपी के सांसद अपने अपने क्षेत्र में खेल महाकुंभ का आयोजन करवा रहे हैं। इन सैकड़ों महाकुंभ में हजारों युवा अलग-अलग खेलों में भाग ले रहे हैं। सांसद खेल महाकुंभ की वजह से देश की हजारों नई प्रतिभाएं उभर कर सामने आ रही हैं। राजस्थान में भी केंद्र सरकार की ओर से अनेक शहरों में स्पोट्‌र्स इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। देश में स्पोट्‌र्स यूनिवर्सिटी बन रही है और खेल महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन भी हो रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा इस बार स्पोट्‌र्स यूनिवर्सिटी को भी अधिकतम बजट आवंटित किया गया है। हमारा प्रयास है स्पोट्‌र्स मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी से जुड़ी हर चीज को सीखने का माहौल बने। जिससे युवाओं को क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर मिल सके। पैसे की कमी के कारण कोई युवा पीछे न रहे इस पर भी सरकार का ध्यान है। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को केंद्र सरकार अब सालाना 5 लाख तक की मदद करती है। प्रमुख खेल पुरस्कारों में दी जाने वाली राशि भी 3 गुना तक बढ़ा दी गई है। ओलिंपिक जैसी बड़ी वैश्विक प्रतियोगिताओं में सरकार पूरी शक्ति से अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ी रहती है। मोदी ने कहा इस बार बजट में स्पोट्‌र्स सेक्टर से जुड़ी एमएसएमई को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गई हैं। इस बार बजट में एक महत्वपूर्ण योजना भी है। जिसका नाम है पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान, यानी पीएम विकास योजना। ऐसे लोग जो अपने हाथों से औजार चलाते हैं। स्वरोजगार और सृजन करते हैं। उन्हें यह योजना काफी मदद करेगी। उन्हें आर्थिक सहयोग से लेकर उनके लिए नए बाजार बनाने तक हर तरह की मदद इस योजना के तहत उन्हें मिलेगी। हमारे युवाओं के लिए यह भी स्वरोजगार के बड़े अवसर बनाएगी। पीएम ने कहा जहां प्रयास पूरे मन से होते हैं, वहां परिणाम भी सुनिश्चित होते हैं। देश ने प्रयास किए परिणाम हमने टोक्यो ओलिंपिक और कॉमनवेल्थ खेलों में देखे हैं। जयपुर महा खेल में भी आप सबके प्रयास भविष्य में ऐसे शानदार परिणाम देंगे। आप में से ही देश के लिए अगले गोल्ड और सिल्वर मेडल जीतने वाले हैं। आप अगर ठान ले तो ओलिंपिक तक में तिरंगे की शान बढ़ाएंगे, आप जिस क्षेत्र में जाएंगे वहां देश का नाम रोशन करेंगे। मुझे विश्वास है हमारे युवा देश की कामयाबी को बहुत आगे तक लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान ने देश को कितनी ही खेल प्रतिभाएं दी हैं। कितने ही मेडल देकर तिरंगे की शान को बढ़ाया है। जयपुर वालों ने तो सांसद भी ओलिंपिक पदक विजेता को चुना है। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को देश ने जो दिया है। उसे वह सांसद खेल स्पर्धा के जरिए नई पीढ़ी को लौटाने का काम कर रहे हैं। जयपुर महाखेल में इस साल 600 से ज्यादा टीम और 6 हजार से ज्यादा खिलाड़ियों का शामिल होना इसकी सफलता को बताता है।
– खेल विभाग को 2500 करोड़ रुपए का बजट
पीएम ने कहा आजादी के इस अमृत काल में देश नई-नई परिभाषाएं गढ़ रहा हैं। नई व्यवस्थाओं का निर्माण कर रहा है। देश में आज पहली बार खेलों को सरकारी चश्मे से नहीं, बल्कि खिलाड़ियों की नजर से देखा जा रहा है। मैं जानता हूं युवा भारत की युवा पीढ़ी के लिए असंभव कुछ भी नहीं है। युवाओं को जब सामर्थ, स्वाभिमान, स्वावलंबन, सुविधा और संसाधन की शक्ति मिलती है तो हर लक्ष्य आसान हो जाता है। उन्होंने कहा देश के इस एप्रोच की झलक इस बार के बजट में भी दिखाई दे रही है। इस बार देश के बजट में खेल विभाग को करीब 2500 करोड़ रुपए का बजट मिला है। जबकि 2014 से पहले खेल विभाग का बजट 800 से 850 करोड़ रुपए के आस पास ही रहता था। 2014 के मुकाबले इस बार खेल विभाग के बजट में लगभग 3 गुना की बढ़ोतरी हुई है। इस बार अकेले खेलो इंडिया अभियान में 1000 करोड़ से ज्यादा का बजट दिया गया है। जो संसाधनों और सुविधाओं के निर्माण करने की दिशा में काम आएगा। जयपुर महाखेल के आयोजक सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया कि जयपुर महाखेल के तहत जयपुर ग्रामीण लोकसभा की कोटपूतली, बानसूर, जमवारामगढ़, झोटवाड़ा, विराट नगर, आमेर, शाहपुरा और फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के 32 खेल मैदानों पर 512 पुरुषों और 128 महिलाओं की टीमें हिस्सा लिया है। जिनमें लगभग 6 हजार से ज्यादा खिलाड़ी शामिल हुए है। इनमें से ही काफी खिलाडी भविष्य में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे।

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