जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से पूरे प्रदेश में डेंगू के मरीजों के लिए चिकित्सा व्यवस्था के विशेष इन्तजामात एवं बीमारी फैलने की रोकथाम के लिए समुचित उपाय नहीं करने पर लोकायुक्त न्यायमूर्ति एस.एस. कोठारी ने स्वप्रेरणा से प्रसंज्ञान लेकर मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और प्रमुख सचिव, स्वायत्त शासन विभाग से इस सम्पूर्ण मामले पर विस्तृत तथ्यात्मक रिपोर्ट एवं महत्वपूर्ण दस्तावेजात 28 नवम्बर तक तलब किये हैं। मामले के अनुसार राज्य मे ं डेगंू कहर बरपा रहा है तथा सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भरमार है।
इस रोग के मरीजों के लिए कुछ अस्पतालों में बैड तक उपलब्ध नहीं है तथा उन्हें उपचार को भी उचित चिकित्सा व्यवस्था प्राप्त नहीं हो रही है। इस कारण अनेक मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। जबकि सरकार डेंगू की मौतों को डेगंू से होने के तथ्य को ही तकनीकी आधार पर स्वीकार नहीं कर रही है। इस रोग की रोकथाम के लिए भी सरकार अथवा स्वायत्त शासन संस्थाओं की ओर से कोई समुचित उपाय भी अभी तक नहीं किये हंै। प्रदेश में अब तक 36०० मरीज डेंगू पॉजिटिव पाये गये हैं तथा 215 मरीजों की डेंगू के कारण मृत्यु हो गयी है। पूरे राज्य में जालोर को छोड़कर ऐसा कोई जिला नहीं है जिसमें डेंगू से मृत्यु नहीं हुई हो।