जयपुर। गांव ढाणीयों में सक्रिय टी.बी. रोगियों की खोज के लिये स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से राजसमन्द जिले में घर-घर जाकर संभावित रोगियों के बलगम के नमूने एकत्रित कर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्राें पर पहुंचाने का कार्य जोर-शोर से संचालित किया जा रहा है।
गांव-ढाणियों में आशाओं के माध्यम से सक्रिय टी.बी रोगियों की खोज के लिये संचालित गतिविधियों का पर्यवेक्षण करने एवं गांवों में टी.बी. के मरीजाें को निक्षय पोषण योजना में मिल रहे लाभ का फिडबैक लेने के लिये राज्य स्तर के क्षय अनुभाग से स्टेट आई.ई.सी ऑफीसर कमल पालीवाल एवं स्टेट पीपीएम कॉर्डिनेटर सी.पी मीणा ने दिवेर, छापली, ताल, लसानी ग्राम पंचायताें के विभिन्न गांवों का दौरा किया तथा टी.बी. मरीजों से संपर्क किया। उन्होंने संशोधित राष्ट्रीय क्षय निवारण कार्यक्रम के तहत संचालित गतिविधियों एवं आशाओं को मिल रही प्रोत्साहन राशि के बारे में भी जानकारी ली। टीम के साथ ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक उत्तम मेवाड़ा एवं डीपीसी तरूण श्रीमाली साथ थे।