न्यूयार्क। वैसे कपड़े जो सेलफोन चार्जर का भी काम करेंगे, जल्द ही हकीकत बनने वाले हैं, क्योंकि शोधकतार्ओं ने मानवों की गति से बिजली पैदा करने का तरीका खोल निकाला है। अमेरिका की वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के नैनोमैटेरियल एंड इनर्जी डिवाइसेस लेबोरेटोरी के शोधकतार्ओं ने एक बेहत पतले ऊर्जा पैदा करनेवाली प्रणाली को विकसित किया है, जो मुडऩे या दबाने पर अल्प मात्रा में बिजली पैदा करती है। यह बेहद कम फ्रीक्वेंसी जैसे मानवों की गति पर भी काम करता है। शोध के निर्देशक और वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर केरी पिंट का कहना है, भविष्य में हमें उ मीद है कि अपने निजी डिवाइसों के लिए हम खुद चार्जिंग स्टेशन बन जाएंगे, जो हमारी गति और पर्यावरण से ऊर्जा हासिल करेगा। Óबैटरी प्रौद्योगिकीÓ पर आधारित यह डिवाइस ब्लैक फॉसफोरस से बना है जो केवल कुछ अणु जितना ही पतला है।

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