नई दिल्ली। केन्द्र की यूपीए सरकार के समय सुर्खियों में रहे कोयला घोटाले की आंच अब सीबीआई के पूर्व चीफ रंजीत सिन्हा तक पहुंंची नजर आ रही है। सोमवार को सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले में पूर्व सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए। कोर्ट ने इसके लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाने की बात कही। मामले में जस्टिस एमबी लोकुर की अगुवाई वाली बेंच ने सिन्हा से अपनी मदद के लिए अफसर चुनने को कहा। कोर्ट ने स्पष्ट रुप से कहा कि कोयला घोटाले के आरोपी रहे व्यक्तियों के साथ सिन्हा के कथित संबंधों की गहनता से जांच होनी चाहिए। कोर्ट के आदेशों के अनुसार कोयला घोटाले में शामिल रहे लोगों के साथ सिन्हा की सांठ-गांठ के प्रथमदृष्टया सबूतों के आधार पर उनके खिलाफ केस बनाया गया है। गौरतलब है कि सीबीआई के पूर्व स्पेशल निदेशक एमएल शर्मा की रिपोर्ट में सिन्हा को आरोपी बताया। वहीं एनजीओ कॉमन कॉज ने कोर्ट को जो दलीलें दी उसमें घोटाले में शामिल आरोपियों के साथ मिलीभगत कर उन्हें बचाने जांच को प्रभावित करने के आरोप लगाए। इससे पूर्व 12 जुलाई 2016 को हुई सुनवाई के दौरान अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया था कि सीबाआई के पूर्व स्पेशल निदेशक एमएल शर्मा ने जो रिपोर्ट पेश की। उसमें सिन्हा का स्कैम में शामिल रहे हाईप्रोफाइल आरोपियों के साथ गठजोड़ था। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कोर्ट को सिन्हा के घर की जो विजिटिंग डायरी सौंपी। उसमें आरोपियों से सिन्हा की मुलाकात का जिक्र किया गया।

LEAVE A REPLY