लखनऊ। राम-रहीम की मुसीबतें अब कम होती नहीं दिख रही है। जिस तरह समाज में राम रहीम के समर्थकों को छोड़कर बाकी के लोगों द्वारा भर्त्सना हो रही है। उससे लगता है कि देश के लोग अब इन बाबाओं को चक्करों में नहीं आएंगे। जज ने आज राम-रहीम को 10 वर्ष की सश्रम सजा सुनाई है। लेकिन देश का एक तबका ऐसा भी है जो अब भी खुश नहीं है वो चाहता है कि राम-रहीम को फांसी हो। जब से राम रहीम पर दोष साबित हुए हैं तब से देश-प्रदेश के साधु-संत बेहद खफा हैं। इन सभी ने गुरमीत सिंह राम रहीम को कम से कम फांसी की सजा देने की मांग की है।

वाराणसी के साधू-संत इस समय बाबा राम रहीम के खिलाफ खुलकर विरोध में हैं। दुष्कर्म के मामले में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख को दस वर्ष की कैद की सजा मिलने से साधु-संत अभी संतुष्ट नहीं है। इन सभी की मांग है कि कम से कम फांसी की सजा मिले। संतों का मानना है कि ऐसे डोंगी बाबाओं ने पूरे संत समाज को बदनाम करने का कार्य किया हैं। वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर आज दुष्कर्म के आरोपी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के मामले में कोर्ट के फैसले को लेकर संतों ने एक स्वर में दुष्कर्मी बाबा को फांसी की सजा देने की मांग की। साधु-संतों ने हाथ में प्ले कार्ड लेकर राम-रहीम के खिलाफ जमकर नारे लगाए। सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने तीन दिन पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को अपनी दो महिला शिष्यों के यौन उत्पीडन व दुष्कर्म के मामले में दोषी ठहराया था।

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