Journalists injured

मॉस्को, पूर्व जासूस को जहर देने के मामले में ब्रिटेन द्वारा निष्कासित किए गए करीब23 रूसी राजनयिक स्वदेश पहुंच गए हैं। दूसरी ओर नर्व एजेंट को बनाने में शामिल एक वैज्ञानिक ने कहा कि अन्य देश भी नर्व एजेंट बना सकते हैं। रूस के पूर्व डबल एजेंट सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया सालिसबरी शहर के एक अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है। उन्हें चार मार्च को जहर दिया गया था। ब्रिटेन ने कहा कि उन्हें नोविचोक नामक नर्व एजेंट से जहर दिया गया और उसने इस हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया। रूसी वैज्ञानिक लियोनिड रिंक ने सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती को बताया कि ब्रिटेन और अन्य देश नोविचोक को आसानी से बना सकते हैं क्योंकि रसायन विशेषज्ञ विल मिर्जायानोव अमेरिका में बस गए थे और उन्होंने इसके फॉर्मूले का खुलासा कर दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘ पेशेवरों को यह आसानी से उपलब्ध है और ब्रिटेन, अमेरिका तथा अन्य विकसित राष्ट्रों के लिए ऐसे हथियार बनाने में कोई दिक्कत नहीं है।’’ रिंक ने कहा कि जब सोवियत संघ में नोविचोक को बनाया गया था तो उसका अलग नाम था। उन्होंने तर्क दिया कि ब्रिटिश अधिकारियों ने लोगों को यह यकीन दिलाने के लिए नोविचोक नाम का इस्तेमाल किया कि जहर देने के लिए रूस जिम्मेदार है। यूरोपीय संघ में रूस के राजदूत ने कहा कि नर्व एजेंट ब्रिटेन के रासायनिक हथियार शोध केंद्र से आया होगा। हालांकि ब्रिटेन सरकार ने इसे सिरे से खारिज किया है। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने14 मार्च को रूस के23 राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था। मे ने उन्हें अघोषित खुफिया एजेंट बताया। इसके जवाब में रूस ने भी इतनी ही संख्या में ब्रिटिश राजनयिकों को निष्कासित कर दिया जो आने वाले दिनों में देश छोड़ सकते हैं। पश्चिमी लंदन में रूसी दूतावास से राजनयिक और उनके परिवार सूटकेसों तथा बैगों के साथ बाहर निकलते हुए दिखाई दिए।

रूस ने इस मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा कि उसके पास स्क्रिपल को मारने का कोई उद्देश्य नहीं है। अमेरिका में व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा हक्काबी सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ कल जब फोन पर बात की तो जहर देने के मामले पर कोई बातचीत नहीं हुई। सैंडर्स ने बताया कि ट्रंप ने पुतिन को फिर से निर्वाचित होने पर बधाई दी और यह फोन दोनों देशों के बीच सहयेाग के क्षेत्रों पर चर्चा करने के लिए किया गया।

LEAVE A REPLY