नयी दिल्ली : सामूहिक बलात्कार के बाद 15 साल की जिस दलित लड़की की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गयी उसके गांव वालों का कहना है कि वह डॉक्टर बनना चाहती थी। हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिले के गांव में शोक का माहौल है और पीड़िता का परिवार गमगीन और स्तब्ध है। परिवार वालों को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनकी प्यारी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है और कोई उसके साथ इतनी बर्बरता कर सकता है। उसके पिता चाहते हैं कि दोषियों को मौत की सजा से कम कोई सजा नहीं मिलनी चाहिए। गत मंगलवार को लड़की लापता हो गयी थी जिसके बाद शनिवार को जींद जिले के एक गांव में नहर के किनारे अर्द्धनग्न अवस्था में उसका शव पाया गया।
पुलिस ने बताया कि उसके साथ बर्बरता हुई, उसके गुप्तांगों को क्षतिविक्षत किया गया और शरीर के कुछ महत्वपूर्ण अंग टूटे थे। पीड़िता के परिवारवाले और गांव वाले स्तब्ध हैं और याद करते हुए बताते हैं कि तमाम मुश्किलों के बावजूद उसमें डॉक्टर बनने का दृढ़ संकल्प था। उसके पिता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह एक प्रतिभाशाली छात्रा थी। वह डॉक्टर बनना चाहती थी। उसके चाचा इस लक्ष्य को हासिल करने में उसकी मदद भी कर रहे थे। उन्हें यकीन था कि वह डॉक्टर या कोई दूसरी उच्च अधिकारी जरूरत बनेगी।’’ आंसुओं को रोक नहीं पा रहे पिता ने कहा कि उनकी बेटी के साथ इस तरह की बर्बरता करने वालों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें फांसी पर लटकाया जाए। अगर उससे भी ज्यादा कड़ी सजा हो सकती है तो वे उसके हकदार हैं।’’ पीड़िता की मां ने कहा कि उनकी बेटी ने कभी किसी से कुछ भी बुरा नहीं कहा। उन्होंने कहा, ‘‘राक्षस भी इतने क्रूर नहीं होते। जिन्होंने मेरी बेटी को इतना दर्द दिया और इस तरह से उसे मारा, वह उनसे भी बुरे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और उसने पीड़िता का कथित रूप से अपहरण करने वाले व्यक्ति को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया है।