honeypreet

नई दिल्ली। कहते हैं कि समय बड़ा बलवान है कब किसे क्या बना दे कोई कह नहीं सकता। ऐसा ही मामला है गुरमीत राम रहीम का जो व्यक्ति कभी महंगी कारों में घूमता था, बड़े से बंगले में रहता था। चारों तरफ भक्तों का रैला जमा रहता था। जिसकी एक आवाज पर लोग दौड़े चले आते थे। वह जिस चीज को छू लेता उसके समर्थक उसे मुंह मांगी कीमत देकर खरीद लेते थे। और तो और राम रहीम ने फिल्मों में हीरो बनकर अपना यह शौक भी पूरा किया है। और आज ऐसे हालात हो गए हैं कि उसे दीहाड़ी मजदूरी पर काम करना पड़ रहा है। और आने वाले 20 सालों तक करना पड़ेगा। गुरमीत राम रहीम 20 साल कैद की सजा भुगत रहा है।

जेल में उसकी क्या दिनचर्या है और वो किस तरह से रह रहा है, ऐसी तमाम बातों पर प्रकाश डाला पंचकूला के डीजी जेल केपी सिंह ने. पंचकूला में अपने दफ्तर में प्रेसवार्ता के जरिए उन्होंने राम रहीम से जुड़ी अफवाहों की सच्चाइयों को सामने ला दिया। डीजी के मुताबिक राम रहीम के रोने-पीटने जैसी मीडिया में उड़ाई जा रही खबरें पूरी तरह से भ्रामक हैं। वो पूरी तरह से स्वस्थ है। जेल प्रशासन की ओर से राम रहीम को खेतीबाड़ी का काम दिया गया है और 20 रुपए की दिहाड़ी पर वह काम कर रहा है। उसका बर्ताव भी एक अनुशासित कैदी की तरह ही है। वहीं हनीप्रीत के डेरा प्रमुख से मिलने की बात पर केपी सिंह ने कहा कि हनीप्रीत सुनारिया जेल नहीं आई जबकि राम रहीम की मां ने बेटे से अकेले मुलाकात की है। दोनों को शीशे के जरिए मिलाया गया।

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