– एसओजी ने भी बोर्ड से तलब की पत्रावली
जयपुर। राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा का दावा है कि रीट पेपर लीक करने में एक ब्यूरोक्रेट और एक कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं। यह बात साबित हो चुकी है कि पेपर शिक्षा संकुल से ही निकला था, लेकिन एसओजी बड़े लोगो को बचाएगी यह तय है। इसलिए इस मामले में अब सीबीआई जांच के अलावा अन्य कोई रास्ता नहीं है। मीणा ने पूरे मामले में सीएमओ के भी एक अफसर के शामिल होने का दावा किया है। किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाया कि एक ब्यूरोक्रेट और एक कैबिनेट मंत्री ने अपनी एक चहेती फर्म को पेपर छापने का ठेका दिलवाया है और इसके लिए पैसे का भारी लेनदेन किया गया। उन्होंने कहा कि इस संबंध भी वो जल्दी ही सबूत पुलिस और मीडिया को देंगे। किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया कि एससोजी के सीआई मोहन पोशवाल और हेड कांस्टेबल नाथू पैसे लेकर दोषियों को बचा रहे हैं और निर्दोष लोगो को फंसा रहे हैं। इनमें पैसे देकर पेपर खरीदने वाले ज्यादा है। किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि वो जल्दी ही इन पुलिस वालो के पैसे लेने के मामलो का पूरे सबूतों के साथ खुलासा करेंगे। उन्होंने दावा किया कि भजनलाल की बहन ने भी एससोजी के इन दोनो अधिकारियों के साथ पैसे देने की बात तय कर ली थी, लेकिन उनके और मिडिया के दबाव के कारण उसे गिरफ्तार करना ही पड़ा। बोर्ड निदेशक डी पी जारोली और उनका मित्र जयपुर कोऑर्डिनेटर पाराशर को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और पूछताछ की जानी चाहिए।
– मेरे दिए गए अन्य तथ्यों पर भी जांच करे एसओजी
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि शिक्षा संकुल से पेपर लीक का मामला पहले ही उजागर कर चुका हूं। किरोड़ी ने सरकार से मांग की है कि एसओजी अब मेरे दिए गए अन्य तथ्यों पर भी जांच करे। मीणा ने कहा कि इस प्रकरण में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौली और जिला कॉर्डिनेटर प्रदीप पाराशर की अहम भूमिका है। ऐसे में दोनों को पूछताछ कर गिरफ्तार करना चाहिए। डॉ. मीणा ने यह भी कहा कि परीक्षा से पहले 24 सितंबर को बोर्ड अध्यक्ष जारौली शिक्षा संकुल में आए थे और प्रदीप पाराशर के साथ शिक्षा के मंदिर में दोनों ने पार्टी भी की। इसी दौरान संकुल के स्ट्रांग रूम से पेपर लीक कराए गए। सांसद ने कहा कि प्रदीप पाराशर ने चार निजी कर्मचारियों को मौखिक रूप से लगाया, जिनके जरिए पेपर लीक कराया गया। इन्हीं चार में से एक रामकृपाल मीणा है। बाकी तीन निजी कॉलेज के कर्मचारी हैं। मीणा ने इन तीनों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द करने की मांग की है।
– युवाओं पर लाठीचार्ज और गिरफ्तार कर आंदोलन को कुचल रही सरकार
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार प्रदेश की युवाओं की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। एक ओर मुख्यमंत्री गांधीवादी का चोला पहने हुए हैं। दूसरी ओर अहिंसात्मक तरीके से आंदोलन कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज और गिरफ्तार कर आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं। देश के शौर्यचक्र विजेता विकास जाखड़ युवाओं की आवाज उठा रहे हैं। उन्हें सरकार ने जयपुर से लाठीचार्ज कर अपमानित किया। वे आज 11 दिन से झुंझुनूं में आमरण अनशन पर बैठे हैं। मुख्यमंत्री के कानों तक जूं नहीं रैंग रही है। मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो गांधीवादी बने बैठे हैं, उनका भी जल्द ही भ्रष्टाचार में लिप्त होने के सबूत पेश करूंगा। गांधीवादी चेहरे के नकाब को हटाउंगा।
– एसओजी ने मांगी विस्तृत जानकारी
उधर, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली ने बताया कि एसओजी ने पेपर प्रक्रिया संबंधी दस्तावेज व उन्हें केंद्र तक पहुंचाने के पहले की प्रक्रिया की जानकारी ली। रीट की ओर से जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर नोडल अधिकारी अधिकारी होता है। एसओजी ने प्रकरण में पेपर पहुंचाने की प्रक्रिया और काम में आने वाली पत्रावली प्रक्रिया संबंधी विस्तृत जानकारी मांगी है।

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