नई दिल्ली। गुरमीत राम रहीम की मुश्किलें कम होने का काम नहीं ले रही है। हालांकि उसे 20 साल की सजा हो चुकी है मगर उसके द्वारा किए गए कूकृत्यों की लिस्ट इतनी लम्बी है कि एसआईटी को भी काफी मेहनत करनी पड़ रही है एसआईटी लगातार राम रहीम के खास सहयोगियों पर दबाव बनाए हुए हैं जिससे उसके बारे में और ज्यादा से ज्यादा जानकारियां हांसिल की जा सके। इसी कड़ी में हनीप्रीत का सुराग ढूंढने के लिए डेरा चालक विपासना से पूछताछ के बाद स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) संतुष्ट नहीं है। एसआईटी ने फिर से पूछताछ करने की बात कही है। गौरतलब है कि विपासना के 90 से ज्यादा खातों को सील कर दिया गया है और तीन खातों से 68 करोड़ रुपये बरामद किये गए हैं। बता दें कि राम रहीम की ‘दुलारी’ हनीप्रीत इंसां का सुराग लगाने के लिए एसआईटी ने विपासना इंसां से पूछताछ की थी, जिसमें उन्होंने हनीप्रीत को लेकर कई बातें बताईं।
डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना को आखिरकार जांच एजेंसी के समक्ष पेश होना पड़ा। सोमवार को हुडा पुलिस चौकी में एसआईटी इंचार्ज डीएसपी कुलदीप बेनीवाल ने विपासना से सवा तीन घंटे पूछताछ की थी। एसआईटी ने विपासना से पूछताछ के लिए 50 सवालों की लिस्ट बनाई थी। पूछताछ के दौरान विपासना ने अधिकतर सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया, खासकर हनीप्रीत के बारे में। एसआईटी अधिकारियों को लग रहा है कि विपासना काफी कुछ छिपा रही है। जांच अधिकारी एवं एसआईटी इंचार्ज डीएसपी कुलदीप ने विपासना से सबसे पहले सवाल किया कि डेरा के खिलाफ 22 केस दर्ज हैं, इनमें डेरा और आपकी क्या भूमिका है? करीब 135 सवालों वाली पूछताछ के बाद पुलिस के मुताबिक जो जवाब विपासना से मिले हैं, उन्हें वेरीफाई किया जा रहा है। यह पूछताछ की कार्रवाई एसआईटी के डीएसपी कुलदीप बैनीवाल की टीम ने सिरसा की हुडा पुलिस चौकी में बंद कमरे में अंजाम दी। इससे पहले रविवार को भी धारा 160 के तहत नोटिस देकर पूछताछ के लिए विपासना को तलब किया गया था, लेकिन अपनी तबीयत खराब होने का हवाला देकर वह पूछताछ के लिए नहीं आईं थी। मगर सोमवार को वह पूछताछ के लिए पहुंची। गहन पूछताछ करीब सवा तीन घंटे तक चली। सूत्रों के मुताबिक विपासना को एक बार फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।