वाशिंगटन। अमरीका में हो रहे राष्ट्रपति पद के चुनाव में वहां के मुद्दों पर जमकर बहस हो रही है, वहीं इस चुनाव में रुसी राष्ट्रपति पुतिन के बयानों और उन पर पलटवार बयानों को लेकर भी खासी चर्चा हो रही है। अभी
डोनाल्ड ट्रंप ने व्लादिमीर पुतिन पर की गई टिप्पणी को लेकर हिलेरी क्लिंटन के बेहद सख्त होने की आलोचना की है। ट्रंप की इस प्रतिक्रिया से रूसी राष्ट्रपति के साथ रिपब्लिकन उम्मीदवार के संबंध पर लोगों में गुस्सा है। स्प्रिंगफ ील्ड में एक रैली में ट्रंप ने हिलेरी द्वारा रूसी नेता की आलोचना किए जाने का मुद्दा उठाया। पश्चिमी देशों में पुतिन अपनी सैन्य आक्रामकता और लोकतंत्र विरोधी प्रवृत्तियों के चलते बदनाम हैं। ट्रंप ने रूस को परमाणु हथियारों से लैस बताते हुए हजारों लोगों की भीड़ को कहा, वह पुतिन के बारे में बहुत गलत बोलती हैं और मुझे नहीं लगता है कि यह अच्छा है। आप किसी के बारे में इतना बुरा कैसे बोल सकती हैं। ट्रंप लंबे समय से यह तर्क देते आए हैं कि यदि अमेरिका का रूस के साथ ज्यादा सकारात्मक संबंध होता है तो यह अमेरिका के लिए अच्छा होगा। वह सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद की सरकार को लेकर दोनों देशों के बीच मतभेदों के बावजूद उन्हें इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के खिलाफ मिलकर काम करने के लिए कह चुके हैं। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार माइक पेन्स ने पुतिन को एक छोटा और दादागिरी करने वाला नेता बताकर उपराष्ट्रपति पद की बहस के दौरान एक सख्त रूख अख्तियार किया था।
ट्रंप ने कहा, कि पुतिन राष्ट्रपति बराक ओबामा से ज्यादा मजबूत नेता हैं। अमरीका ने रूस पर हिलेरी के प्रचार से जुड़े ईमेल को हैक करने का आरोप लगाया था, लेकिन पुतिन ने इन दावों को नकारते हुए यह कहा था कि ये आरोप जनता का ध्यान असल मुद्दों से भटकाने के लिए लगाए गए हैं। रूस द्वारा ट्रंप को मदद दिए जाने की बात पूरी तरह बकवास है।

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