sunder park

– सड़क व खुली जगहों पर अवैध तरीके से गाडिय़ां खड़ी करने से जनता परेशान, मुरलीपुरा थाना पुलिस भी असहाय
जयपुर। शहर के मुरलीपुरा थाना क्षेत्र के दादी का फाटक, नाडी का फाटक और आस-पास के क्षेत्रों में ईंट-बजरी माफिया से जनता त्रस्त है। सड़कों और खाली जगहों पर ही ट्रक, ट्रेक्टर ट्रॉलियों खड़ी कर देने यातायात बाधित होने से दुर्घटनाएं हो रही है, वहीं जनता भी परेशान है। अवैध तरीके से खड़े होने वाले ट्रक-ट्रेक्टर टॉली माफियाओं को हटाने और कार्यवाही को लेकर स्थानीय जनता और पार्षद किशन अजमेरा कई बार मुरलीपुरा थानाधिकारी देवेन्द्र जाखड़ को लिखित शिकायतें दे चुके हैं। आला अधिकारियों को इसकी जानकारी है, लेकिन मिलीभगत का खेल ऐसा चल रहा है कि पुलिस इन्हें हटा नहीं रही है और जनता परेशान हो रही है। अब जनता ने संकल्प किया है कि अगर इन माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हुई तो पब्लिक सीधी कार्यवाही करेगी, जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।

जिस तरह से शुक्रवार रात को पुलिस की मिलीभगत से बजरी-ईंट माफियाओं ने एनएचएआई की जमीन पर लगी तारबंदी को तोड़कर फिर से गाडिय़ां खड़ी करने का विरोध जनता ने किया, वैसे ही आंदोलन अब फिर से करने पड़ेंगे। पार्षद किशन अजमेरा व स्थानीय लोगों का कहना है कि डीसीपी रिचा तोमर को लिखित में मुरलीपुरा थाना पुलिस की मिलीभगत व शह पर दादी का फाटक, नाडी का फाटक में अवैध बजरी व ईंट माफिया सक्रिय होने की लिखित शिकायत दी थी। मुरलीपुरा थानाधिकारी को सख्त हिदायत देने के बाद भी वे अवैध तरीके से खड़े होने वाले बजरी व ईंट माफिया पर कार्यवाही नहीं कर रहे, बल्कि संरक्षण देने में लगे हुए हैं। अगर पुलिस का रवैया नहीं सुधरा तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।
– शुक्रवार रात को हुआ था खासा विवाद
दादी का फाटक और नाड़ी का फाटक के बीच अवैध रूप् से लगने वाली बजरी-ईंट मंडी का विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार देर रात विवादों का केंद्र बनी नेशनल हाईवे अथॉरिटी की भूमि पर ईंट माफिया ने जबरन ट्रक-ट्रैक्टर घुसाने का प्रयास किया। इसे लेकर स्थानीय कॉलोनीवासी और ट्रक माफिया आमने-सामने हो गए। हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची मुरलीपुरा थाना पुलिस ने मौके से एक ट्रैक्टर को सीज भी किया है।
शनिवार को इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों की मौजूदगी में मुरलीपुरा थाना परिसर में स्थानीय कॉलोनीवासियों और ट्रक-ट्रैक्टर मालिकों के बीच बातचीत हुई। जिसके यह तय किया गया कि विवाद का निस्तारण नहीं होने तक मौके पर ना तो बजरी-ईंट मंडी लगने दी जाएगी और ना ही पार्क बनाने दिया जाएगा। इस पर स्थानीय कॉलोनीवासियों ने साफ कर दिया कि पार्क बने या नहीं बने, लेकिन क्षेत्र व मौके पर अवैध बजरी-ईंट मंडी नहीं लगने दी जाएगी।
इस मामले की शिकायत डीसीपी रिचा तोमर को की गई। उनके निर्देश पर डीसीपी रैंक के अधिकारी ने मुरलीपुरा थाना परिसर में दोनों पक्षों की बैठक की। जिसके बाद यह निर्णय किया गया कि मामले का निस्तारण नहीं होने तक मौके पर ना तो ट्रक-ट्रैक्टर खड़े होंगे और ना ही पाकज़् बनाने दिया जाएगा।

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