– यति एयरलाइंस का प्लेन काठमांडू से 205 किमी दूर पोखरा में क्रैश, 5 भारतीय, 4 क्रू-मेंबर सहित सभी 72 लोगों की मौत की आशंका
नई दिल्ली. नेपाल में रविवार सुबह बड़ा विमान हादसा हुआ। यति एयरलाइंस का प्लेन काठमांडू से 205 किमी दूर पोखरा में क्रैश हो गया। जिसमें 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे। 5 भारतीय, 4 क्रू-मेंबर सहित सभी 72 लोगों की मौत की आशंका है. विमान के मलबे से 68 शव निकाले जा चुके हैं. पोखरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंडिंग से महज 10 सेकेंड पहले विमान पहाड़ी से टकरा गया। इससे प्लेन में आग लग गई और वह खाई में जा गिरा। प्लेन क्रैश के बाद राहत बचाव कार्य जारी है। पोखरा एयरपोर्ट पर यति एयरलाइंस की एटीआर-72 प्लेन रविवार सुबह लैंडिंग के दौरान क्रैश कर गई थी। इस प्लेन पर 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे। यात्रियों में 5 भारतीय सहित 15 विदेशी थे। हादसे में विमान में सवार सभी 72 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। अभी तक 68 शव बरामद कर लिए गए हैं।
चीन की मदद से तैयार हुए पोखरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दो हफ्ते पहले यानी इसी साल एक जनवरी को नवनियुक्त प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने उद्घाटन किया था। यह परियोजना के चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव सहयोग का हिस्सा थी। काठमांडू पोस्ट अखबार के मुताबिक, एयरपोर्ट निर्माण के लिए नेपाल सरकार ने चीन के साथ मार्च 2016 में 22 अरब रुपए के सॉफ्ट लोन समझौते पर दस्तखत किए थे। पोखरा के जिला अधिकारी टेक बहादुर केसी ने बताया कि विमान के मलबे से 68 शव निकाले जा चुके हैं। हालांकि चश्मदीदों का कहना है कि हादसे में कोई भी जिंदा नहीं बचा। अभी तक सिर्फ पांच शवों की पहचान हो पाई है। बाकी शवों को पहचानना मुश्किल है। फ्लाइट में सवार चार अन्य लोगों का पता नहीं चल पा रहा है। इनकी तलाश में गोताखोरों को नदी में उतारा गया है। विमान में पांच भारतीय यात्री भी सवार थे। घटनास्थल से दो लोगों को जीवित निकाला गया, दोनों मछुआरे थे। अब तक 20 शवों की पहचान हो गई है। पहचान नहीं हुए शवों को परीक्षण के लिए हेलिकॉप्टर के जरिए काठमांडू भेजा जाएगा। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कैबिनेट की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। नेपाल सरकार ने हादसे की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई है। आर्मी बचाव और राहत कार्य में जुट गई है। एक पुलिसकर्मी ने बताया कि भीड़ के चलते एम्बुलेंस को रेस्क्यू साइट तक जाने में दिक्कत हो रही है। भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नेपाल के हादसे पर दुख जताया है। नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड पहले पोखरा जाने वाले थे, लेकिन मौसम की खराबी और सुरक्षा कारणों से सिक्योरिटी टीम ने पोखरा ना जाने की सलाह दी। प्रचंड के पोखरा पहुंचने से पहले सुरक्षा का जायजा लेने गया हेलिकॉप्टर बीच रास्ते से ही वापस आ गया।

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