नयी दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने संसद की एक समिति को बताया कि स्वतंत्रता के बाद अभी तक 21 सैन्यकर्मियों को परमवीर चक्र से नवाजा जा चुका है और इन्हें वित्तीय मदद भी प्रदान की जाती है। लोकसभा में पेश रक्षा मंत्रालय की याचिका समिति की रिपोर्ट में बताया गया है कि जून, 1999 में कारगिल में ऑपरेशन विजय के दौरान चार सैन्यकर्मियों को परमवीर चक्र से नवाजा गया था। इसके अलावा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए चार सैन्यकर्मियों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान के खिलाफ 1965 के ऑपरेशन में दो सैन्यकर्मियों को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
समिति द्वारा परमवीर चक्र विजेता को मिलने वाले वित्तीय भत्ते की दर के बारे में पूछने पर मंत्रालय ने बताया कि इसके तहत दस हजार रुपये प्रतिमाह का वित्तीय भुगतान किया जाता है। 1965 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए स्वर्गीय मेजर मोहन सिंह को परमवीर चक्र प्रदान करने तथा इससे संबंधित अन्य मुद्दों के बारे में लोकसभा सांसद देवेन्द्र सिंह भोले द्वारा अग्रसारित आवेदन के संदर्भ में समिति ने टिप्पणी की कि स्वर्गीय मेजर मोहन सिंह 1965 के भारत पाक युद्ध में शहीद हुए थे, लेकिन उनके बलिदान को सेना ने उस समय ‘युद्ध में मृत्यु’ नहीं माना जिससे वे वीरता पुरस्कार और अन्य सुविधाओं से वंचित रहे।